साल 2022 के लिये सस्त्र (SASTRA) रामानुजन पुरस्कार यूंकिंग तांग, सहायक प्रोफेसर कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले, संयुक्त राज्य अमेरिका को दिया जाएगा। यूंकिंग की रचनाएँ परिष्कृत तकनीकों का उल्लेखनीय संयोजन प्रदर्शित करती हैं, जिसमें मॉड्यूलर वक्र और शिमुरा किस्म के अंकगणित एवं ज्यामिति केंद्रीय भूमिका निभाते हैं, तथा उनके परिणाम और विधियाँ इस क्षेत्र में भविष्य के अनुसंधान पर प्रभाव डाल सकते हैं।
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सस्त्र (SASTRA) रामानुजन पुरस्कार
यह पुरस्कार साल 2005 में शनमुघा कला, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान अकादमी (सस्त्र) द्वारा स्थापित किया गया था।
श्रीनिवास रामानुजन से प्रभावित होकर गणित के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 32 वर्ष और उससे कम आयु के व्यक्तियों को इस पुरस्कार के अंतर्गत 10,000 अमेरिकी डॉलर की नकद राशि प्रदान की जाती है।
श्रीनिवास रामानुजन
- रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर, 1887 को इरोड गाँव (चेन्नई से 400 किमी. दूर, जो तब मद्रास के नाम से जाना जाता था) में हुआ था।
- उन्होंने वर्ष 1913 में ब्रिटिश गणितज्ञ गॉडफ्रे एच. हार्डी के साथ पत्र-व्यवहार शुरू किया, जिसके बाद वे ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज़ चले गए।
- रामानुजन ने संख्याओं के विश्लेषणात्मक सिद्धांत में पर्याप्त योगदान दिया और दीर्घवृत्तीय कार्यों (Elliptic Functions) पर भी ध्यान केंद्रित किया।
- उन्होंने पूर्ण संख्या, हाइपरज्यामितीय श्रेणी (Hypergeometric Series) और यूलर स्थिरांक (Euler’s Constant) के विभाजन पर भी काम किया।
- उनके पत्र अंग्रेज़ी और यूरोपीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए थे तथा साल 1918 में लंदन की रॉयल सोसाइटी के लिये उनका चयन हुआ।
- भारत लौटने के बाद लंबी बीमारी के कारण 26 अप्रैल, 1920 को मात्र 32 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।
- भारत में प्रतिवर्ष श्रीनिवास रामानुजन की जयंती (22 दिसंबर) को राष्ट्रीय गणित दिवस (National Mathematics Day) के रूप में मनाया जाता है।