संतूर वादक और पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित भजन सोपोरी (Bhajan Sopori) का 73 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। संतूर वादक का जन्म 1948 में कश्मीर घाटी के सोपोर में हुआ था और वह भारतीय शास्त्रीय संगीत के सूफियाना घराने से ताल्लुक रखते थे। वह पंडित शंकर पंडित के परपोते थे, जिन्होंने सूफियाना कलाम और हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत पर आधारित शैली को लोकप्रिय रूप से ‘सूफी बाज’ (शैली) के रूप में विकसित किया था।
हिन्दू रिव्यू अप्रैल 2022, डाउनलोड करें मंथली हिंदू रिव्यू PDF (Download Hindu Review PDF in Hindi)
‘संतूर के संत’ और ‘स्ट्रिंग्स के राजा’ के रूप में प्रसिद्ध, सोपोरी ने 1992 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और 2004 में पद्म श्री पुरस्कार जीता। 2009 में उन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत में उनके योगदान के लिए बाबा अलाउद्दीन खान पुरस्कार और 2011 में एम एन माथुर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
भजन सोपोरी का कार्य:
सोपोरी ने हिंदी, कश्मीरी, डोगरी, सिंधी, उर्दू, संस्कृत, भोजपुरी, पंजाबी, हिमाचली, राजस्थानी, तेलुगु, तमिल आदि विभिन्न भाषाओं और बोलियों में 6000 से अधिक गीतों के लिए संगीत तैयार किया और विदेशी भाषाएँ जैसे फ़ारसी, अरबी, आदि और उनका काम फिल्मों, विज्ञापनों, वृत्तचित्रों, धारावाहिकों, ओपेरा और गायन का हिस्सा था।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams




World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्य...
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिह...
संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, को...

