भारतीय सिनेमा की प्रख्यात निर्देशक और लेखिका साई परांजपे को अजंता-एलोरा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (AIFF) 2025 में पद्मपाणि लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। अपनी बेहतरीन जीवन की वास्तविकता को दर्शाने वाली फिल्मों जैसे स्पर्श, चश्मे बद्दूर, कथा, और साज़ के लिए मशहूर परांजपे को भारत के समानांतर सिनेमा आंदोलन की एक प्रमुख हस्ती माना जाता है, जिसने 1970 और 1980 के दशकों में विशेष पहचान बनाई। यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा और मराठी साहित्य में उनके व्यापक योगदान को मान्यता देता है।
AIFF का 10वां संस्करण 15 से 19 जनवरी 2025 के बीच छत्रपति संभाजीनगर में आयोजित होगा, जहां परांजपे को उद्घाटन समारोह के दौरान यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया जाएगा।
मुख्य बिंदु
- पुरस्कार और आयोजन:
साई परांजपे को पद्मपाणि लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड 15 जनवरी 2025 को MGM यूनिवर्सिटी कैंपस के रुक्मिणी ऑडिटोरियम में उद्घाटन समारोह के दौरान प्रदान किया जाएगा।
यह आयोजन छत्रपति संभाजीनगर में 15 से 19 जनवरी तक आयोजित होगा। - सिनेमा में योगदान:
परांजपे की फिल्मों जैसे स्पर्श, चश्मे बद्दूर, कथा, और साज़ ने समाज और जीवन की वास्तविकता को बारीकी से पेश किया।
वह समानांतर सिनेमा आंदोलन की प्रमुख हस्ती हैं और श्याम बेनेगल, गोविंद निहलानी, और मणि कौल जैसे निर्देशकों के साथ इस आंदोलन को नई ऊंचाइयों तक ले गईं।
उन्होंने मराठी साहित्य में भी योगदान दिया है, उनकी प्रसिद्ध नाट्य कृतियां हैं जासवंदी, सक्के शेजारी, और अल्बेल। - करियर की प्रमुख उपलब्धियां:
86 वर्षीय परांजपे को चार राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं।
वह दो बार भारत के चिल्ड्रेन फिल्म सोसाइटी (CFSI) की अध्यक्ष रह चुकी हैं।
2006 में भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
उन्होंने दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से स्नातक किया है। - पुरस्कार का विवरण:
पद्मपाणि लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड में एक पद्मपाणि मोमेंटो, सम्मान पत्र, और 2 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है।
पुरस्कार चयन समिति में प्रमुख हस्तियां जैसे लतिका पडगांवकर (अध्यक्ष), अशुतोष गोवारिकर, और सुनील सुक्तांकर शामिल हैं। - महत्व:
यह सम्मान परांजपे की उल्लेखनीय यात्रा और भारतीय सिनेमा एवं साहित्य में उनके योगदान का उत्सव है। यह उन्हें उनकी पीढ़ी की सबसे प्रभावशाली फिल्मकारों में से एक के रूप में स्थापित करता है।
सारांश/स्थिर जानकारी | विवरण |
समाचार में क्यों? | साई परांजपे को पद्मपाणि लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। |
महोत्सव | अजंता-एलोरा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (AIFF) 2025। |
आयोजन की तिथियां | 15 से 19 जनवरी 2025। |
पुरस्कार प्रस्तुति की तिथि | 15 जनवरी 2025, रुक्मिणी ऑडिटोरियम, MGM यूनिवर्सिटी कैंपस, छत्रपति संभाजीनगर। |
प्रमुख फिल्में | स्पर्श, चश्मे बद्दूर, कथा, साज़। |
मुख्य योगदान | समानांतर सिनेमा, मराठी साहित्य, बच्चों की फिल्में। |
करियर की मुख्य उपलब्धियां | चार बार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, पद्म भूषण (2006), CFSI की अध्यक्ष। |
पुरस्कार के घटक | पद्मपाणि मोमेंटो, सम्मान पत्र, ₹2 लाख नकद पुरस्कार। |
चयन समिति | लतिका पडगांवकर (अध्यक्ष), अशुतोष गोवारिकर, सुनील सुक्तांकर। |