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साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार 2025 के नामों की हुई घोषणा

साहित्य अकादमी, जो भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संस्था है और भारतीय साहित्य की सर्वोच्च संस्था मानी जाती है, ने युवा लेखकों के अद्वितीय योगदान को मान्यता देने हेतु एक ऐतिहासिक घोषणा की है। साहित्य अकादमी के अध्यक्ष श्री माधव कौशिक के नेतृत्व में कार्यकारी मंडल की बैठक आयोजित हुई, जिसमें युवा पुरस्कार 2025 के विजेताओं के नामों को अंतिम रूप दिया गया। यह पुरस्कार भारत के युवा साहित्यकारों की रचनात्मक प्रतिभा, भाषा के प्रति समर्पण और समसामयिक विषयों पर उनकी सशक्त लेखनी को सम्मानित करने के उद्देश्य से प्रदान किया जाता है।

युवा पुरस्कार 2025 प्राप्तकर्ताओं की पूरी सूची

विजेताओं की विस्तृत तालिका

निम्न तालिका में साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार 2025 के 23 प्रतिष्ठित विजेताओं की पूरी सूची प्रस्तुत की गई है, जिन्हें भाषा के अनुसार उनके संबंधित कार्यों और लेखकों के साथ व्यवस्थित किया गया है:

क्रमांक भाषा पुस्तक का नाम (विधा) लेखक का नाम
1 असमिया कुशियारामा (लघु कहानियाँ) सुप्रक्ष्म भुयान
2 बांग्ला एकदा चिनिष तोलियामी (कविता) सुदेशना मोइत्रा
3 बोडो अंग ऐसू (कविता) अमर खुंगुर बोरों
4 अंग्रेज़ी सिद्धार्थ – द बॉय हू बिकेम द बुद्धा (उपन्यास) अद्वैत कोलारकर
5 गुजराती नारंच टेकारी (निबंध) मयूर खराड़ी
6 हिंदी फिर उगना (कविता) प्रवेश यादव
7 कन्नड़ पच्चेया जगत (आलोचना) आर. दीपकुमार
8 कश्मीरी हरफ़स हरफ़स ज़ागी (आलोचना) साइबा सहर
9 कोंकणी गावगाम्हास (लघु कहानियाँ) ग्लिनिस डायस
10 मैथिली बनारस आ हम (कविता) नेहा झा मैनी
11 मलयालम राम ओरु आनंदी (उपन्यास) अखिल पी. धर्मजन
12 मणिपुरी खोयुम नोंगदान चोई (महाकाव्य) ए. के. जीतन
13 मराठी खेल खेल दुःखाना देले (उपन्यास) प्रदीप कोकणे
14 नेपाली जुनको आँसु (कविता) सुभाष ठकुरी
15 उड़िया कडेमसाबना (लघु कहानियाँ) सुब्रत कुमार सेनापति
16 पंजाबी गिरका हॉस्टल (कविता) मंदीप औलख
17 राजस्थानी आंखस नी संगमत (कविता) पूनम चंद गोदारा
18 संस्कृत पंचभौतिकशहोल-स्वावास्यम् (वेदान्तदर्शनसारविशेषता) (आलोचना) धिरेशना कुमार पांडेय
19 संथाली आरा साजो ते (कविता) फागुई बास्के
20 सिंधी पांधियादो (कविता) मंझम बचानी
21 तमिल कुट्टारु कुत्तुवि (लघु कहानियाँ) लटरहिन्हार
22 तेलुगु मरलावाथा (उपन्यास) प्रसाद सूरी
23 उर्दू मौरल्ड हक़ीक़त, तहरीक-ए-आज़ादी, और हिंदी जिहाद का फर्मोनसुत्ति करदा क़साइद (उपन्यास) नीतू रुबाबी

विविध साहित्यिक विधाएँ और रचनात्मक समृद्धि

विस्तृत साहित्यिक प्रतिनिधित्व
युवा पुरस्कार 2025 के विजेताओं की सूची समकालीन भारतीय लेखन की विविधता और गहराई को दर्शाती है। यह विविधता उभरते हुए लेखकों की रुचियों और क्षमताओं की विविधता के साथ-साथ आधुनिक भारतीय साहित्य की जीवंत प्रकृति को भी प्रतिबिंबित करती है।

कविता संग्रह:
सबसे बड़ी श्रेणी रही कविता, जिसमें 8 भाषाओं—बांग्ला, बोडो, हिंदी, मैथिली, नेपाली, पंजाबी, राजस्थानी, संथाली और सिंधी—में उत्कृष्ट रचनाएँ शामिल हैं। यह युवा लेखकों के बीच काव्यात्मक अभिव्यक्ति की निरंतर प्रासंगिकता को दर्शाता है।

लघु कथाएँ:
4 भाषाओं—असमिया, कोंकणी, उड़िया और तमिल—में लघु कहानी संग्रह प्रस्तुत किए गए हैं। यह दर्शाता है कि समकालीन कहानियाँ कहने का यह माध्यम अभी भी अत्यधिक लोकप्रिय है।

उपन्यास:
5 भाषाओं—अंग्रेज़ी, मलयालम, मराठी, तेलुगु और उर्दू—में प्रमुख उपन्यास प्रकाशित हुए हैं, जो युवा उपन्यासकारों की साहित्यिक उपलब्धियों को रेखांकित करते हैं।

आलोचना और निबंध:
4 भाषाओं—गुजराती, कन्नड़, कश्मीरी और संस्कृत—में आलोचनात्मक लेखन प्रस्तुत किया गया है। यह दिखाता है कि युवा लेखक केवल रचनात्मक ही नहीं, बल्कि दार्शनिक और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण से भी साहित्य में सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं।

महाकाव्य साहित्य:
मणिपुरी भाषा में एक अद्वितीय महाकाव्य रचना को मान्यता दी गई है, जो पारंपरिक साहित्यिक शैलियों की समकालीन लेखन में निरंतरता को दर्शाती है।

यह विविधता भारतीय भाषाओं की समृद्ध परंपरा और उनमें पनप रही नई आवाज़ों की गूंज का प्रमाण है।

सांस्कृतिक और भाषाई महत्त्व

हर चयनित रचना न केवल व्यक्तिगत साहित्यिक उपलब्धि का प्रतीक है, बल्कि अपनी-अपनी भाषा की साहित्यिक परंपरा के संरक्षण और विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। विभिन्न विधाओं की यह विविधता यह सुनिश्चित करती है कि मानव अनुभव और कलात्मक अभिव्यक्ति के अनेक पहलू इस वर्ष के पुरस्कारों में सम्मिलित हों।

पुरस्कार संरचना और मान्यता पैकेज

समग्र मान्यता ढाँचा

युवा पुरस्कार 2025 के विजेताओं को एक ऐसा समग्र मान-सम्मान प्राप्त होगा, जो उनके साहित्यिक योगदान की प्रतीकात्मक और व्यावहारिक दोनों ही दृष्टियों से सराहना करता है। यह पुरस्कार संरचना उभरते हुए लेखकों को उनके साहित्यिक करियर के निर्णायक चरणों में सशक्त समर्थन देने के उद्देश्य से बनाई गई है।

प्रतीकात्मक सम्मान:
हर विजेता को एक सुंदर संदूक (कास्केट) प्रदान किया जाएगा जिसमें उनका नाम खुदा हुआ एक तांबे का पट्ट (कॉप्पर प्लेट) होगा। यह उनकी साहित्यिक उपलब्धि का स्थायी प्रतीक होगा और उन्हें साहित्य अकादमी की प्रतिष्ठित परंपरा से जोड़ता है।

आर्थिक सहायता:
प्रतीकात्मक सम्मान के साथ-साथ प्रत्येक पुरस्कार विजेता को ₹50,000 की पुरस्कार राशि भी प्रदान की जाएगी। यह आर्थिक सहयोग युवा लेखकों को साहित्य-साधना में आने वाली व्यावहारिक चुनौतियों से उबरने में मदद करेगा और उनके रचनात्मक प्रयासों को आगे बढ़ाने में सहायक होगा।

विशेष पुरस्कार समारोह

साहित्य अकादमी ने घोषणा की है कि युवा पुरस्कार 2025 के औपचारिक वितरण के लिए एक विशेष समारोह का आयोजन भविष्य में किसी उपयुक्त तिथि पर किया जाएगा। यह आयोजन इन युवा साहित्यकारों की उपलब्धियों का उत्सव मनाने और समकालीन भारतीय साहित्य में उनके योगदान को रेखांकित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा।

यह समारोह कई उद्देश्यों की पूर्ति करेगा:

  • विजेताओं को सार्वजनिक स्तर पर पहचान और सम्मान प्रदान करना

  • साहित्यिक समुदाय के भीतर संवाद और नेटवर्किंग के अवसर उपलब्ध कराना

  • उभरती हुई प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने में साहित्य अकादमी की प्रतिबद्धता को दर्शाना

जूरी की सिफारिशें और विशेषज्ञ मान्यता

विशेषज्ञ समिति की संरचना

युवा पुरस्कार 2025 की विश्वसनीयता और निष्पक्षता को उन जूरी सदस्यों की विशेषज्ञता और प्रतिष्ठा से बल मिला है, जिनकी सिफारिशों के आधार पर अंतिम चयन किए गए।
अधिकारिक दस्तावेज़ के परिशिष्ट ‘बी’ में इन जूरी सदस्यों का विस्तृत विवरण दिया गया है। इनका सामूहिक अनुभव और विद्वता भारतीय भाषाओं और साहित्यिक परंपराओं के पूरे परिदृश्य को समेटे हुए है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि चयन निष्पक्ष, सुसंगत और साहित्यिक मूल्यों पर आधारित है।

लोकतांत्रिक निर्णय-निर्माण प्रक्रिया
चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता, जिसमें विशेषज्ञ जूरी द्वारा बहुमत अथवा सर्वसम्मति से मतदान पर बल दिया गया है, यह सुनिश्चित करती है कि युवा पुरस्कार अपनी उत्कृष्टता की प्रतिष्ठा बनाए रखे। यह लोकतांत्रिक तरीका पक्षपात को रोकता है और इस बात की गारंटी देता है कि चयन केवल साहित्यिक योग्यता के आधार पर होता है।

समकालीन भारतीय साहित्य पर प्रभाव

युवा आवाज़ों को प्रोत्साहन
युवा पुरस्कार 2025 भारत के सांस्कृतिक परिदृश्य में युवाओं को साहित्यिक करियर अपनाने के लिए प्रेरित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। करियर की शुरुआती अवस्था में ही मान्यता और आर्थिक सहयोग देकर यह पुरस्कार उनके लिए एक स्थायी साहित्यिक योगदान की नींव रखता है।

भाषा संरक्षण एवं नवाचार
बहुभाषी दृष्टिकोण के माध्यम से यह पुरस्कार भारत की विविध भाषाओं के संरक्षण और विकास में अहम योगदान देता है। युवा लेखक पारंपरिक भाषाओं में नई दृष्टि और रचनात्मकता लाते हैं, जिससे भाषाएं अपने सांस्कृतिक सार को बनाए रखते हुए विकसित होती हैं।

साहित्यिक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण
यह पुरस्कार एक मज़बूत साहित्यिक पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण में मदद करता है, जिसमें युवा लेखकों, वरिष्ठ साहित्यकारों, प्रकाशकों और पाठकों के बीच सम्बंधों और संवाद का निर्माण होता है। इस नेटवर्किंग प्रभाव के माध्यम से व्यक्तिगत पहचान सामूहिक साहित्यिक विकास में परिवर्तित हो जाती है।

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