वेयरेबल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ गया है — रिंग वन (Ring One) के लॉन्च के साथ। यह स्मार्ट रिंग, IIT-मद्रास से इनक्यूबेटेड स्टार्टअप म्यूज़ वेयरेबल्स (Muse Wearables) द्वारा विकसित की गई है, जो स्वास्थ्य निगरानी (health tracking) के साथ-साथ कॉन्टैक्टलेस पेमेंट की सुविधा भी प्रदान करती है। अब उपयोगकर्ता केवल अपनी रिंग टैप करके सुरक्षित भुगतान कर सकते हैं — बिना फोन, कार्ड या वॉलेट के।
रिंग वन उन्नत टोकनाइजेशन (tokenisation) तकनीक का उपयोग करता है ताकि हर लेनदेन सुरक्षित रहे —
उपयोगकर्ता अपने RuPay डेबिट या क्रेडिट कार्ड को Muse ऐप से लिंक करते हैं।
एक यूनिक टोकन म्यूज़ वॉलेट प्लेटफ़ॉर्म द्वारा बनाया जाता है और इसे रिंग के अंदर मौजूद सिक्योर एलिमेंट (SE) चिप में सुरक्षित रूप से स्टोर किया जाता है।
भुगतान करते समय उपयोगकर्ता बस रिंग को NFC टर्मिनल पर टैप करते हैं — SE चिप ट्रांज़ैक्शन को ऑथेंटिकेट कर देती है, बिना वास्तविक कार्ड नंबर प्रकट किए।
यह सुविधा तभी सक्रिय होती है जब रिंग पहनी हुई हो; रिंग उतारने पर पेमेंट ऑटोमैटिक रूप से निष्क्रिय हो जाता है।
रिंग खो जाने या चोरी होने की स्थिति में, उसमें मौजूद टोकन तब तक सक्रिय नहीं होता जब तक उपयोगकर्ता दोबारा प्रमाणीकरण (re-authentication) नहीं करते।
इस सुरक्षा प्रणाली का स्तर बैंक और पासपोर्ट ग्रेड प्रोटेक्शन के बराबर है, जो उपयोगकर्ता की संवेदनशील जानकारी को पूरी तरह सुरक्षित रखता है।
पेमेंट के अलावा, रिंग वन स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न मापदंडों (health metrics) को भी ट्रैक करता है — जैसे हृदय गति, नींद, और गतिविधि स्तर।
यह रिंग 40 से अधिक देशों में उपलब्ध है और लगभग 600 बैंकों के कार्ड को सपोर्ट करती है।
म्यूज़ वेयरेबल्स का कहना है कि रिंग वन भारत के पहले सिक्योर एलिमेंट टोकनाइजेशन प्लेटफ़ॉर्म पर आधारित है — जो भारत को डिजिटल वॉलेट पारिस्थितिकी तंत्र में आत्मनिर्भर (sovereign digital ecosystem) बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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