भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने कोटक महिंद्रा बैंक पर अप्रैल 2024 में लगाए गए प्रतिबंधों को हटा लिया है, जिससे बैंक अब ऑनलाइन नए ग्राहकों को जोड़ने और ताज़ा क्रेडिट कार्ड जारी करने की प्रक्रिया फिर से शुरू कर सकता है। ये प्रतिबंध बैंक की आईटी अवसंरचना में गंभीर कमियों के कारण लगाए गए थे। अब सुधारात्मक उपाय पूरे होने के बाद, बैंक को अपनी डिजिटल सेवाएँ पुनः शुरू करने की अनुमति मिल गई है।
कोटक महिंद्रा बैंक पर प्रतिबंध क्यों लगाए गए थे?
अप्रैल 2024 में, RBI ने बैंक को डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से नए ग्राहकों को जोड़ने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोक दिया था। यह निर्णय 2022 और 2023 में की गई आईटी ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर लिया गया था, जिसमें बैंक की आईटी प्रणाली में निम्नलिखित कमियाँ पाई गईं:
- आईटी इन्वेंट्री प्रबंधन
- पैच और चेंज मैनेजमेंट
- यूज़र एक्सेस नियंत्रण
- विक्रेता जोखिम मूल्यांकन
- डेटा सुरक्षा और व्यवसाय निरंतरता योजना
RBI ने देखा कि बार-बार चेतावनी देने के बावजूद, बैंक ने इन जोखिमों को पर्याप्त रूप से दूर नहीं किया था, जिससे नियामक हस्तक्षेप आवश्यक हो गया।
कोटक महिंद्रा बैंक ने अनुपालन के लिए क्या कदम उठाए?
RBI की शर्तों को पूरा करने के लिए बैंक ने निम्नलिखित सुधारात्मक उपाय अपनाए:
- बाहरी आईटी ऑडिट: बैंक ने ग्रांट थॉर्नटन भारत को स्वतंत्र ऑडिटर के रूप में नियुक्त किया ताकि उसकी आईटी प्रणालियों की समीक्षा और मान्यता प्राप्त हो सके।
- तकनीकी अवसंरचना को मजबूत किया: बैंक ने एक्सेंचर, इंफोसिस, ओरेकल और सिस्को जैसी प्रमुख कंपनियों के साथ मिलकर अपनी डिजिटल सुरक्षा और जोखिम प्रबंधन क्षमताओं को बढ़ाया।
- जोखिम नियंत्रण में सुधार: बैंक ने यूज़र एक्सेस नियंत्रण, पैच प्रबंधन और विक्रेता जोखिम मूल्यांकन को मजबूत किया ताकि वह RBI के दिशानिर्देशों का पूरी तरह पालन कर सके।
RBI द्वारा इन सुधारों की समीक्षा करने के बाद बैंक की अनुपालन स्थिति को संतोषजनक पाया गया और प्रतिबंध हटा लिए गए।
इस निर्णय का कोटक महिंद्रा बैंक और ग्राहकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
- यह कदम बैंक के लिए एक बड़ी राहत है, खासकर असुरक्षित ऋण और क्रेडिट कार्ड से जुड़े उच्च-मुनाफ़े वाले क्षेत्र में।
- नए क्रेडिट कार्ड जारी करने की अनुमति मिलने से बैंक की फीस-आधारित आय में वृद्धि होगी और ग्राहक आधार का विस्तार होगा।
- बैंक अब नए ग्राहकों को जोड़ने के लिए तेजी से अधिग्रहण रणनीतियाँ अपनाएगा ताकि खोई हुई बाजार हिस्सेदारी को दोबारा प्राप्त किया जा सके।
- डिजिटल बैंकिंग सेवाएँ पूरी तरह से पुनः शुरू हो जाएंगी, जिससे नए ग्राहकों के लिए ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया सरल होगी।
- यह निर्णय बैंकिंग क्षेत्र में आईटी सुरक्षा और जोखिम प्रबंधन को मजबूत करने की दिशा में RBI की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यह घटनाक्रम यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है कि बैंक आईटी सुरक्षा मानकों का पालन करें और ग्राहकों को निर्बाध सेवाएँ प्रदान करें।
विषय | विवरण |
क्यों चर्चा में है? | RBI ने कोटक महिंद्रा बैंक पर लगे प्रतिबंध हटा लिए, जिससे डिजिटल ऑनबोर्डिंग और क्रेडिट कार्ड जारी करने की अनुमति मिल गई। अप्रैल 2024 में आईटी कमियों के कारण ये प्रतिबंध लगाए गए थे। |
प्रतिबंध लगाने का कारण | 2022 और 2023 की आईटी ऑडिट में आईटी इन्वेंट्री, पैच प्रबंधन, यूज़र एक्सेस, विक्रेता जोखिम और डेटा सुरक्षा से जुड़ी खामियाँ पाई गईं। |
सुधारात्मक कदम | ग्रांट थॉर्नटन भारत द्वारा बाहरी ऑडिट, एक्सेंचर, इंफोसिस, ओरेकल, सिस्को के साथ तकनीकी उन्नयन, जोखिम नियंत्रण में सुधार। |
RBI के निर्णय का प्रभाव | बैंक अब नए ग्राहकों को डिजिटल रूप से जोड़ सकता है और क्रेडिट कार्ड जारी कर सकता है, जिससे फीस-आधारित आय और ग्राहक संख्या में वृद्धि होगी। |
नियामक संस्था | भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) |
कोटक महिंद्रा बैंक मुख्यालय | मुंबई, महाराष्ट्र |
CEO और MD | अशोक वासवानी (2024 से) |
टैगलाइन | “लेट्स मेक मनी सिंपल” |
स्थापना वर्ष | 2003 |
मूल कंपनी | कोटक महिंद्रा ग्रुप |