RBI ने इसे और अधिक आकर्षक बनाने के लिए स्वर्ण मुद्रीकरण योजना (GMS) में बदलाव किए हैं. इस योजना का पुनरुद्धार लोगों को परेशानी से मुक्त, सोने के जमा खाते को खोलने में सक्षम बनाना है.
अल्पकालिक जमा को बैंक की बैलेंस शीट देयता के रूप में माना जाना चाहिए. ये जमा नामित बैंकों के साथ 1-3 साल की लघु अवधि (रोलओवर की सुविधा के साथ) के साथ किए जाएंगे. जमा की अनुमति ब्रोकन पीरियड (साल कुछ महीने) के लिए भी दी जा सकती है (उदाहरण के लिए 1 साल 3 महीने; 2 साल 4 महीने 5 दिन; आदि).
स्रोत- दि हिन्दू बिज़नस लाइन



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