भारतीय ट्रैक एंड फील्ड किंवदंती पी. टी. उषा को खेल के विकास में उनके योगदान की मान्यता के रूप में विश्व एथलेटिक्स निकाय द्वारा वेटरन पिन प्रस्तुत की गयी है। इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशन (IAAF) के प्रमुख सेबेस्टियन कोए ने 52 वें IAAF कांग्रेस के दौरान उन्हें वेटरन पिन भेंट की।
पी.टी. उषा ने जकार्ता में 1985 के एशियाई खेलों में कांस्य के अलावा पाँच स्वर्ण पदक 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, 400 मीटर हर्डल और 4×400 मीटर रिले जीती है। उनका सबसे यादगार प्रदर्शन 1984 के लॉस एंजिल्स ओलंपिक में आया था जहां वह 400 मीटर हर्डल दौड़ के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय बनीं थी लेकिन एक सेकंड के सौवें हिस्से से कांस्य पदक हार गईं।
स्रोत: द हिंदू