प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मारुति सुजुकी की भारत में पहली ऑटोमोबाइल इन-प्लांट (संयंत्र परिसर के अंदर) रेलवे साइडिंग परियोजना का उद्घाटन किया। उन्होंने यहां एक समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये गुजरात के मेहसाणा जिले में मारुति सुजुकी (एमएसआईएल) के संयंत्र में स्थित इस परियोजना का उद्घाटन किया।
ग्रीन लॉजिस्टिक्स
- इस इन-प्लांट रेलवे साइडिंग का प्राथमिक उद्देश्य लॉजिस्टिक्स में कार्बन पदचिह्न को कम करना, जीवाश्म ईंधन की खपत को कम करना और सड़क की भीड़ को कम करना है।
- पूर्ण परिचालन क्षमता तक पहुंचने पर, गुजरात रेलवे साइडिंग सुविधा पूरे भारत में 15 गंतव्यों के लिए सालाना 300,000 कारों को भेजने के लिए तैयार है।
- इस परियोजना के पीछे सहयोगात्मक प्रयास में गुजरात रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट (जी-राइड) शामिल है, जो गुजरात सरकार और भारतीय रेलवे के बीच एक साझेदारी है।
इस सहयोग में गुजरात औद्योगिक विकास निगम (जीआईडीसी) और एमएसआईएल भी शामिल हैं।
मारुति सुजुकी की प्रतिबद्धता
- मारुति सुजुकी ने 2030-31 तक उत्पादन क्षमता को 4 मिलियन यूनिट प्रति वर्ष तक बढ़ाने के अपने इरादे का विवरण देते हुए टिकाऊ परिवहन के प्रति समर्पण व्यक्त किया है।
- रेलवे के माध्यम से वाहन प्रेषण में वृद्धि की उम्मीद के साथ, नई इन-प्लांट रेलवे सुविधा मारुति सुजुकी के उत्पादन विस्तार का समर्थन करेगी।
- मारुति सुजुकी द्वारा अपने संयंत्र के भीतर रेलवे साइडिंग सुविधा का एकीकरण एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है, जो भारत में हरित लॉजिस्टिक्स को आगे बढ़ा रहा है।
स्थैतिक सूचना
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ: श्री हिसाशी ताकेउची