भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 8 अप्रैल, 2023 को असम के तेजपुर वायु सेना स्टेशन में सुखोई 30 एमकेआई लड़ाकू विमान में एक ऐतिहासिक उड़ान भरी। राष्ट्रपति, जो भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर हैं, ने ब्रह्मपुत्र और तेजपुर घाटी को कवर करते हुए लगभग 30 मिनट तक उड़ान भरी और वायु सेना स्टेशन लौटने से पहले उड़ान के दौरान हिमालय के दृश्य भी देखे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से पहले देश कि पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने 2009 में सुखोई में उड़ान भरी थी।
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राष्ट्रपति, जो भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर हैं, ने लगभग 30 मिनट तक उड़ान भरी। विमान को 106 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन नवीन कुमार ने उड़ाया था। विमान ने समुद्र तल से करीब दो किलोमीटर की ऊंचाई पर और करीब 800 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरी। सुखोई 30 एमकेआई लड़ाकू विमान में राष्ट्रपति की उड़ान भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर के रूप में सशस्त्र बलों के साथ जुड़ने के उनके प्रयासों का एक हिस्सा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सुखोई एमकेआई 30 फाइटर जेट में उड़ान भरने वाली देश की दूसरी राष्ट्रपति हैं और युद्धक विमान में उड़ान भरने वाली देश की चौथी राष्ट्रपति हैं। इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल और रामनाथ कोविंद भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान में उड़ान भर चुके हैं।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से पहले देश कि पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने साल 2009 में सुखोई में उड़ान भरी थी।
सुखोई-30 MKI विमान चौथी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। सुखोई 2100 किमी प्रतिघंटे से भी तेज रफ्तार से उड़ सकता है। दरअसल, सुखोई करीब 1 मिनट में 150 राउंड फायर कर सकता है। ये हवा में ही इंधन भर सकता है और ब्रह्मोस समेत कई मिसाइलों और लेजर बमों को लेकर भी उड़ान भर सकता है।
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