राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 7 अप्रैल 2023 को असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान हाई स्कूल के खेल के मैदान में दो दिवसीय ‘गज उत्सव-2023’ का उद्घाटन किया। इस बीच, राष्ट्रपति मुर्मू ने कोहोरा में असमिया कलाकारों द्वारा भोरताल, झुमुर और बिहू नृत्य रूपों सहित सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी आनंद लिया। राष्ट्रपति ने ‘माउंट कंचनजंगा अभियान-2023’ को भी झंडी दिखाकर रवाना किया। राष्ट्रपति मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में गुवाहाटी उच्च न्यायालय के प्लेटिनम जुबली समारोह में शामिल हुईं और महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए बनाए गए मोबाइल ऐप “भोरोक्सा” का भी शुभारंभ किया।
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राष्ट्रपति मुर्मू पूर्वोत्तर राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। गुवाहाटी उच्च न्यायालय की स्थापना 5 अप्रैल, 1948 को सात उत्तर पूर्वी राज्यों के लिए की गई थी। हालाँकि, 3 राज्योंके लिए अलग-अलग उच्च न्यायालयों की स्थापना के बाद, गुवाहाटी उच्च न्यायालय अब शेष चार राज्यों पर अधिकार क्षेत्र का प्रयोग करता है। राष्ट्रपति ने कहा कि हाथियों को बहुत ही बुद्धिमान और संवेदनशील पशु माना जाता है। वह मनुष्यों की तरह ही एक सामाजिक प्राणी हैं। उन्होंने कहा कि हमें हाथियों और अन्य जीवित प्राणियों के लिए सहानुभूति और सम्मान की भावना रखनी चाहिए,जिस प्रकार की भावना हम मनुष्यों के लिए रखते हैं। उन्होंने कहा कि हम जानवरों और पक्षियों से निस्वार्थ प्रेम की भावना सीख सकते हैं।
गज उत्सव के बारे में
काजीरंगा गज उत्सव हाथियों के संरक्षण और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय उद्यान में आयोजित एक वार्षिक उत्सव है। यह राज्य में बढ़ते मानव-हाथी संघर्ष की ओर ध्यान आकर्षित करने और समाधान खोजने के लिए वन और पर्यटन विभागों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाता है। यह प्रोजेक्ट एलीफेंट के 30 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है।
भारत सरकार ने हाथियों, उनके प्रवास मार्गों एवं प्राकृतिक आवासों की रक्षा के लिये वर्ष 1992 में प्रोजेक्ट एलिफेंट की शुरुआत की थी। कर्नाटक के बाद असम देश में हाथियों की दूसरी सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल होने के कारण काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान गज उत्सव के लिए एक आदर्श स्थान है।