प्रधान मंत्री संग्रहालय
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल को नई दिल्ली में प्रधान मंत्री संग्रहालय का उद्घाटन किया। प्रतिष्ठित तीन मूर्ति परिसर में स्थित संग्रहालय का उद्घाटन आज़ादी का अमृत महोत्सव (स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर शुरू किया गया 75 सप्ताह का उत्सव) के हिस्से के रूप में किया गया।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
Hindu Review March 2022 in Hindi
संग्रहालय उन युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा यह देहने समझने में सक्षम होंगे कि सभी प्रधान मंत्रियों ने किस तरह कठिनाइयों का सामना किया और एक नए भारत की नींव रखने के लिए उन्होंने कैसे उन कठिनाइयों को पार किया। संग्रहालय प्रत्येक सरकार की साझा विरासत को दर्शाएगा। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि नव निर्मित संग्रहालय भारत के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू की विरासत को कमज़ोर करने का एक प्रयास है, जिसे केंद्र ने सिरे से ख़ारिज कर दिया।
प्रधानमंत्री संग्रहालय की मुख्य विशेषताएं (Key Features of Pradhanmantri Sangrahalaya):
- जब सरकार ने 2018 में अपनी योजना की घोषणा की तो नए संग्रहालय के निर्माण की परियोजना को कड़े विरोध का सामना करना पड़ा।
- संग्रहालय भवन नई दिल्ली में तीन मूर्ति भवन को एकीकृत करता है, जिसे ब्लॉक I के रूप में नामित किया गया है, यह नवनिर्मित ब्लॉक II के साथ में हैं। दो ब्लॉकों का कुल क्षेत्रफल 15,600 वर्ग मीटर से अधिक है। संग्रहालय में 43 गैलरी हैं।
- संग्रहालय का चिन्ह/प्रतीक (logo), राष्ट्र और लोकतंत्र के प्रतीक धर्म चक्र को हाथ में लिए हुए दर्शाता है।
प्रधान मंत्री संग्रहालय में प्रदर्शित सामग्री (The Content Displayed at the Pradhanmantri Sangrahalaya):
- स्वतंत्रता संग्राम से लेकर संविधान के निर्माण तक, संग्रहालय में ऐसे प्रदर्शन होंगे जो इस बात की कहानियों को प्रदर्शित करेंगे कि कैसे संबंधित प्रधानमंत्रियों ने देश को प्रगति के मार्ग पर अग्रसर किया।
- व्यक्तिगत वस्तुएं, उपहार और यादगार वस्तुएं जैसे पदक (medals), स्मारक टिकट (commemorative stamps), प्रधान मंत्री के भाषण (peeches of PMs) और विचारधाराओं का वास्तविक प्रतिनिधित्व (anecdotal representations of ideologies) संग्रहालय में प्रदर्शित होंगे। पूर्व प्रधानमंत्रियों के परिवारों से ऐसी ज़ानकारियों के लिए संपर्क किया गया है।
- संग्रहालय में नेहरू संग्रहालय भी शामिल होगा। अधिकारियों ने कहा है कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जीवन और योगदान को प्रदर्शित करने के लिए इसे तकनीकी रूप से उन्नत डिस्प्ले के साथ अपग्रेड किया गया है। दुनिया भर से उनके द्वारा प्राप्त कई उपहार पहली बार प्रदर्शित किये गये हैं।
- संग्रहालय प्रदर्शनी सामग्री को आकर्षक बनाने के लिए होलोग्राम, आभासी वास्तविकता (virtual reality), संवर्धित वास्तविकता (augmented reality), मल्टी-टच, मल्टीमीडिया, संवादात्मक कियोस्क (interactive kiosks), कम्प्यूटरीकृत काइनेटिक मूर्तियां, स्मार्टफोन एप्लिकेशन, संवादात्मक स्क्रीन (interactive screens), अनुभवात्मक इंस्टॉलेशन (experiential installations) आदि का उपयोग किया गया है।