प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 जुलाई को गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी) में देश के पहले अंतरराष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज की शुरुआत करेंगे। वे इस दौरान अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) के मुख्यालय भवन की आधारशिला भी रखेंगे। आईएफएससी की तरफ से जारी बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी देश के पहले अंतराष्ट्रीय बुलियन एक्सचेंज (आईआईबीएक्स) का शुभारंभ करेंगे। IFSCA वित्तीय उत्पादों, वित्तीय सेवाओं और वित्तीय संस्थानों के निर्माण और पर्यवेक्षण के लिए भारत के अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों में केंद्रीकृत नियामक निकाय है।
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प्रमुख बिंदु
- यह प्राधिकरण भारत में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों में वित्तीय उत्पादों, वित्तीय सेवाओं और वित्तीय संस्थानों के विकास और विनियमन के लिए एकीकृत नियामक है।
- इस प्राधिकरण के मुख्यालय भवन को एक प्रतिष्ठित संरचना के रूप में परिकल्पित किया गया है, जो एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय केंद्र के रूप में गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक की बढ़ती प्रमुखता और संरचना को दर्शाता है।
IFSCA का महत्व:
यह एक्सचेंज भारत में सोने के वित्तीयकरण (financialisation) को बढ़ावा देने के अलावा, जवाबदेह सोर्सिंग और क्ववालिटी के भरोसे के साथ कुशल प्राइस डिस्कवरी की सुविधा भी प्रदान करेगा। इस बुलियन एक्सचेंज को भारत में सोने के आयात का बड़ा एंट्री गेट माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि अब देश में जो भी सोना आएगा वो इसी एक्सचेंज के जरिए आएगा।