प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस बैंग ने 4 सितंबर, 2025 को वर्चुअल माध्यम से जेएनपीए (Jawaharlal Nehru Port Authority) में PSA मुंबई टर्मिनल फेज़-II का संयुक्त उद्घाटन किया। यह अवसर भारत–सिंगापुर आर्थिक सहयोग का अहम पड़ाव है और भारत की स्थिति को वैश्विक शिपिंग और व्यापार लॉजिस्टिक्स में और मजबूत करता है।
PSA मुंबई टर्मिनल फेज़-II: भारतीय बंदरगाहों के लिए गेम-चेंजर
-
फेज़-II पूरा होने के बाद जेएनपीए टर्मिनल की क्षमता बढ़कर 4.8 मिलियन TEUs (Twenty-foot Equivalent Units) हो गई है, जिससे यह भारत का सबसे बड़ा कंटेनर टर्मिनल बन गया है।
-
यह टर्मिनल सिंगापुर की वैश्विक पोर्ट ऑपरेटर कंपनी PSA International द्वारा संचालित है और भारत–सिंगापुर लॉजिस्टिक्स कॉरिडोर का प्रमुख केंद्र है।
उन्नत टर्मिनल की मुख्य विशेषताएँ
-
4.8 मिलियन TEUs क्षमता – भारत में सबसे अधिक
-
अत्याधुनिक क्रेन और ऑटोमेटेड सिस्टम से सुसज्जित
-
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) से सीधी रेल कनेक्टिविटी
-
वैश्विक दक्षता मानकों के अनुरूप डिजाइन किया गया
यह सुविधा माल परिवहन को सहज बनाने, लॉजिस्टिक लागत कम करने और भारत की निर्यात प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगी।
भारत और सिंगापुर के लिए रणनीतिक महत्व
यह टर्मिनल भारत और सिंगापुर के बीच सहयोग की फ्लैगशिप परियोजना है, जो दोनों देशों की इन प्रतिबद्धताओं को दर्शाता है:
-
इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिकीकरण
-
इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में व्यापारिक कनेक्टिविटी
-
रणनीतिक क्षेत्रों में विदेशी निवेश को प्रोत्साहन
दोनों प्रधानमंत्रियों का संयुक्त उद्घाटन इस बात का प्रतीक है कि भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में सिंगापुर एक भरोसेमंद भागीदार है, विशेषकर पोर्ट्स और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में।
परीक्षा हेतु मुख्य बिंदु
-
PSA मुंबई टर्मिनल फेज़-II का उद्घाटन – 4 सितंबर, 2025 को पीएम मोदी और पीएम लॉरेंस बैंग द्वारा।
-
जेएनपीए की क्षमता बढ़कर 4.8 मिलियन TEUs – भारत का सबसे बड़ा कंटेनर टर्मिनल।
-
टर्मिनल में अत्याधुनिक क्रेन, ऑटोमेटेड सिस्टम और DFC रेल कनेक्टिविटी।
-
संचालन – PSA International, सिंगापुर-आधारित कंपनी।


Aadhaar प्रमाणीकरण लेनदेन नवंबर में 8.5 ...
लोकसभा ने केंद्रीय उत्पाद शुल्क (संशोधन)...
सरकार ने संचार साथी ऐप के प्री-इंस्टॉलेश...

