बता दें वर्तमान केंद्र सरकार के प्रमुख वित्तीय समावेशन कार्यक्रम प्रधानमंत्री जन धन योजना के आठ साल पूरे हो गए हैं। इस अवधि के दौरान सरकार इस योजना के जरिए कई लक्ष्य प्राप्त करने में सफल रही है। बता दें, इस योजना के बारे में पीएम मोदी ने मोदी ने 2014 में अपने पहले स्वतंत्रता दिवस संबोधन में घोषणा की थी।
अगस्त 2014 के उत्तरार्ध में कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए पीएम ने इस अवसर को देशवासियों को गरीबी के दुष्चक्र से बाहर निकालने के उत्सव के रूप में वर्णन किया था। प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) का उद्देश्य विभिन्न वित्तीय सेवाओं जैसे बुनियादी बचत बैंक खातों की उपलब्धता, आवश्यकता-आधारित ऋण तक पहुंच, प्रेषण सुविधा, बीमा और पेंशन से वंचित कमजोर वर्गों तक पहुंच सुनिश्चित करना था।
पीएमजेडीवाई की शुरुआत 28 अगस्त, 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर हुई थी। इस योजना के तहत 46 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले जा चुके हैं जिनमें 1.74 लाख करोड़ रुपए जमा हैं। सीतारमण ने कहा कि इस योजना की मदद से देश की 67 प्रतिशत ग्रामीण आबादी की पहुंच अब बैंकिंग सेवाओं तक हो चुकी है। इसके अलावा अब 56 प्रतिशत महिलाओं के पास भी जन-धन खाते हैं।