लोकमान्य तिलक की 103वीं पुण्य तिथि के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह के दौरान भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी को पुणे, महाराष्ट्र में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया। 1983 में तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट द्वारा स्थापित इस प्रतिष्ठित पुरस्कार का उद्देश्य लोकमान्य तिलक की स्थायी विरासत का सम्मान करना है। नरेंद्र मोदी यह सम्मानित सम्मान पाने वाले 41वें प्रतिष्ठित व्यक्ति बन गए।
लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार के कुछ उल्लेखनीय प्राप्तकर्ताओं की सूची:
Name | Position/Title | Year of Award |
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इंदिरा गांधी | पूर्व प्रधानमंत्री | _ |
अटल बिहारी वाजपेयी | पूर्व प्रधानमंत्री | 1994 |
डॉ.मनमोहन सिंह | पूर्व प्रधानमंत्री | 1997 |
राहुल बजाज | बजाज समूह के अध्यक्ष | 2000 |
प्रणब मुखर्जी | पूर्व राष्ट्रपति | 2009 |
शरद पवार | राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के संस्थापक | 2016 |
साइरस एस. पूनावाला | साइरस पूनावाला समूह के अध्यक्ष | 2021 |
क्या है लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। आयोजकों ने कहा कि यह पुरस्कार उनके सर्वोच्च नेतृत्व को मान्यता देता है, जिसके तहत भारत प्रगति की सीढ़ियां चढ़ गया है। लोकमान्य तिलक की पुण्य तिथि के अवसर पर हर साल ये पुरस्कार दिया जाता है। लोकमान्य तिलक भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने के लिए जाने जाते हैं। पीएम मोदी यह अवार्ड पाने वाले 41वें व्यक्ति हैं। इससे पहले ये अवार्ड इंदिरा गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी, शरद पवार, राहुल बजाज, साइरस पूनावाला, मनमोहन सिंह मिल चुका है।