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पेरिस ओलंपिक 2024: विनेश फोगट ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा की

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विनेश फोगाट (Vinesh Phogat Retirement) ने कुश्ती को अलविदा कह दिया है। बता दें कि 8 अगस्त की सुबह फोगाट ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपने रिटायरमेंट की घोषणा की है। एक दिन पहले पेरिस ओलंपिक्स (Paris Olympics) में उन्हें 50 किलोग्राम कुश्ती इवेंट के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया था। फोगाट इस इवेंट के फाइनल में पहुंच गई थीं। लेकिन उनका वजन तय मानकों से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया था।

माँ कुश्ती मेरे से जीत गई

विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए अपने संन्यास का ऐलान करने के साथ लिखा कि माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। मैं आपकी सबकी हमेशा ऋणी रहूँगी माफी।

डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील भी की

विनेश ने संन्यास के ऐलान से पहले अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की है। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। फिर उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की।

बता दें, 7 अगस्त को विनेश का वजन उनकी तय कैटेगरी 50kg से 100 ग्राम ज्यादा निकला। इसके बाद ओलिंपिक एसोसिएशन ने उन्हें फ्रीस्टाइल महिला कुश्ती के लिए अयोग्य घोषित कर दिया।

इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन ने क्या कहा?

इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने कहा कि यह बेहद खेदजनक है कि विनेश फोगाट को ज्यादा वजन के कारण महिला कुश्ती के 50 kg कैटेगरी में अयोग्य घोषित कर दिया गया है। रातभर की कोशिशों के बावजूद सुबह उनका वजन 50 kg से कुछ ग्राम अधिक पाया गया।

ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर

विनेश फोगाट 3 मुकाबले जीतकर 50 kg रेसलिंग ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय महिला रेसलर बनी थीं। सेमीफाइनल में उन्होंने क्यूबा की पहलवान गुजमान लोपेजी को, क्वार्टरफाइनल में यूक्रेन की ओकसाना लिवाच और प्री-क्वार्टरफाइनल में वर्ल्ड चैंपियन जापान की युई सुसाकी को 3-2 से मात दी थी।

विनेश फोगाट का तीसरा ओलिंपिक

विनेश फोगाट का यह तीसरा ओलिंपिक है। साल 2016 के रियो ओलिंपिक में वे चोट की वजह से बाहर हो गई थीं। इसके बाद 2020 के टोक्यो ओलिंपिक में वे क्वार्टर फाइनल में हार गई थीं। पेरिस ओलिंपिक में विनेश अपना कोई मुकाबला नहीं हारी थीं।