1971 के युद्ध के दौरान लोंगेवाला युद्ध में भारत की जीत की 51वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए 5 दिसंबर को राजस्थान के जैसलमेर सैन्य स्टेशन और लोंगेवाला युद्ध स्मारक में पराक्रम दिवस मनाया गया। इस अवसर पर सगत सिंह स्टेडियम में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें एक बैंड डिस्प्ले, डेयरडेविल्स मोटरसाइकिल स्टंट, मिश्रित मार्शल आर्ट, मल्लखंब, शो जंपिंग, संगीत प्रदर्शन, पैराशूट फ्री फॉल आदि शामिल था।
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भारत और पाकिस्तान के बीच लोंगेवाला का युद्ध
- भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लोंगेवाला का युद्ध सबसे बड़ी और सबसे निर्णायक लड़ाइयों में से एक थी।
- 1971 का भारत-पाकिस्तान युद्ध 3 दिसंबर को शुरू हुआ था, जिसमें भारतीय सेना का मुख्य जोर पूर्वी पाकिस्तान (तत्कालीन बांग्लादेश) पर केंद्रित था।
- लड़ाई 120 भारतीय सैनिकों और 4 हॉकर विमानों और लगभग 2000 से 3000 पाकिस्तानी सैन्य बलों और 30-40 टैंकों के बीच लड़ी गई थी।
- यह युद्ध भारत की थर्मोपाइले की लड़ाई के रूप में प्रसिद्ध है, जो एक बहुत बड़े सैन्य बल के खिलाफ एक छोटी सेना की जीत का वर्णन करती है।
- इस युद्ध ने पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान पहुंचाया, जहां लगभग 200 सैनिक मारे गए।
- पाकिस्तानी कमांडरों ने कई संदिग्ध निर्णय लिए जिससे उन्हें युद्ध में आत्मसमर्पण करना पड़ा और लड़ाई हारनी पड़ी।
- लोंगेवाला की लड़ाई में राजस्थान का थार रेगिस्तान भारतीय सशस्त्र बलों और पाकिस्तानी सेना के बीच युद्ध का मैदान बन गया था।
- लोंगेवाला की लड़ाई 3 दिसंबर को भड़की थी और 4 से 7 दिसंबर 1971 के बीच लड़ी गई।
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