“कौन तुझे” और “मेरी आशिकी” जैसी हिट गीतों से अपनी मधुर आवाज़ के लिए प्रसिद्ध पलक मुच्छल अब अपने मानवीय कार्यों के लिए भी वैश्विक सुर्खियों में हैं। अपनी दिलकश आवाज और सोलफुल म्यूजिक के लिए फेमस बॉलीवुड सिंगर पलक मुच्छल ने अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह बना ली है। वो भी अपने संगीत के लिए नहीं, बल्कि मानवता की मिसाल कायम करने के लिए। इंदौर में जन्मींपलक मुच्छल ने ‘पलक पलाश चैरिटेबल फाउंडेशन’ के जरिए भारत और उसके बाहर वंचित बच्चों की मदद की है। करीब 3800 हार्ट सर्जरी के लिए पैसे जुटाए हैं।
यात्रा की शुरुआत — बचपन के संकल्प से वैश्विक पहचान तक
- पलक की यह प्रेरणादायक यात्रा बचपन में शुरू हुई, जब एक रेल यात्रा के दौरान उन्होंने कुछ ऐसे बच्चों को देखा जिन्हें हृदय रोग के इलाज की सख्त ज़रूरत थी। उसी क्षण उन्होंने यह संकल्प लिया कि वे अपने जीवन को जरूरतमंदों की सहायता में समर्पित करेंगी।
- यह संकल्प आगे चलकर “पलाश चैरिटेबल फाउंडेशन” के रूप में साकार हुआ, जो उनके स्टेज शो की कमाई और व्यक्तिगत दान के माध्यम से गरीब बच्चों की हार्ट सर्जरी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करता है।
रिकॉर्ड-ब्रेकिंग उपलब्धियाँ
-
अब तक 3,800 से अधिक बच्चों की सफल हृदय शल्यचिकित्सा में सहायता।
-
गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (2025) में स्थान प्राप्त।
-
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल।
-
राष्ट्रीय स्तर पर सराहना — कला और सामाजिक उत्तरदायित्व के अद्भुत संगम के लिए।
उनकी अनोखी परोपकार मॉडल
पलक का दान कार्य पूरी तरह व्यक्तिगत समर्पण और पारदर्शिता पर आधारित है —
-
अपने सभी स्टेज शो की कमाई का 100% हिस्सा फाउंडेशन को दान करती हैं।
-
विभिन्न सामाजिक कार्यों हेतु ₹10 लाख से अधिक की व्यक्तिगत सहायता प्रदान की।
-
कारगिल शहीदों के परिवारों और गुजरात भूकंप पीड़ितों की मदद की।
-
संगीत और जन अभियानों के माध्यम से बाल हृदय देखभाल (Pediatric Heart Care) के प्रति जागरूकता फैलाई।
मान्यता और प्रेरणा
पलक मुच्छल की यह दोहरी पहचान — एक सफल गायिका और करुणामयी समाजसेविका — उन्हें केवल संगीत जगत ही नहीं, बल्कि मानवता के क्षेत्र में भी विशिष्ट बनाती है।
उनका कार्य यह सिद्ध करता है कि प्रसिद्धि यदि उद्देश्यपूर्ण हो, तो वह अनगिनत जीवनों में बदलाव ला सकती है।
स्थैतिक तथ्य
-
नाम: पलक मुच्छल
-
पेशा: पार्श्वगायिका एवं समाजसेविका
-
संस्था: पलाश चैरिटेबल फाउंडेशन
-
उपलब्धि: 3,800 से अधिक हृदय शल्यचिकित्साओं के लिए धन जुटाया
-
रिकॉर्ड: गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (2025) एवं लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान


राष्ट्रीय संरक्षण कार्यक्रम: भारत में बा...
दुनिया में किस देश में सबसे लंबी माउंटेन...
स्क्रोमिटिंग सिंड्रोम क्या है? बार-बार क...

