फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने आतंक की फंडिंग रोक पाने में विफल रहने की वजह से पाक को ‘ग्रे लिस्ट’ यानी संदिग्धों की सूची में डाल दिया है. निर्णय पेरिस में वैश्विक वित्तीय निगरानी, फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) के पूर्ण सत्र में लिया गया जहां वित्त मंत्री शमशाद अख्तर ने पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया.
ग्रे सूची में नियुक्ति पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी स्थिति को भी हानि पहुंचाएगी. पाकिस्तान 2012 से 2015 तक एफएटीएफ ग्रे सूची में रहा. यह प्रक्रिया फरवरी 2018 में शुरू हुई जब एफएटीएफ ने अपने अंतर्राष्ट्रीय सहयोग समीक्षा समूह (ICRG) के तहत आम तौर पर ग्रे सूची के रूप में जाना जाता है, के तहत निगरानी के लिए पाकिस्तान के नामांकन को मंजूरी दी.
स्रोत-डीडी न्यूज़
SBI PO/Clerk परीक्षा 2018 के लिए मुख्य तथ्य-
- FATF 1989 में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली की अखंडता के लिए मनी लॉंडरिंग, आतंकवादी वित्तपोषण और अन्य संबंधित खतरों का मुकाबला करने के लिए स्थापित एक अंतर सरकारी निकाय है.