UN ने तालिबान से महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने का आग्रह करते हुए प्रस्ताव पारित किया

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अफगानिस्तान के तालिबान शासकों से महिलाओं और लड़कियों पर अत्याचार खत्म करने और देश में सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया है। यह प्रस्ताव 116 देशों के समर्थन से पारित हुआ, जबकि अमेरिका और इज़रायल ने इसके खिलाफ मतदान किया। भारत, चीन, रूस और ईरान सहित 12 देशों ने मतदान से परहेज (abstain) किया।

यह प्रस्ताव बढ़ती अंतरराष्ट्रीय चिंता को दर्शाता है, जो अफगानिस्तान में मानवाधिकारों की बिगड़ती स्थिति के कारण सामने आई है।

प्रस्ताव में क्या कहा गया है?

11 पन्नों के इस प्रस्ताव में तालिबान से आग्रह किया गया है कि वे अपने कठोर नियमों को वापस लें, विशेष रूप से वे जो महिलाओं और लड़कियों की शिक्षा (छठी कक्षा के बाद शिक्षा पर रोक) और स्वतंत्र आवाजाही जैसे अधिकारों को सीमित करते हैं।

प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि अफगानिस्तान से सभी आतंकी संगठनों — जैसे अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट (ISIS) — को समाप्त किया जाना चाहिए।

हालांकि यह प्रस्ताव कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं है, लेकिन यह एक मजबूत वैश्विक संदेश देता है कि दुनिया अफगान जनता, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों, के साथ खड़ी है। साथ ही यह आर्थिक पुनरुद्धार और मानवीय सहायता को प्रोत्साहित करता है।

देशों की प्रतिक्रियाएं

यह प्रस्ताव जर्मनी द्वारा पेश किया गया था। जर्मनी की संयुक्त राष्ट्र में राजदूत एंटजे लेंडर्टसे ने कहा कि यह मतदान दिखाता है कि दुनिया ने अफगान महिलाओं और बच्चों को नहीं भुलाया, जो गरीबी, भूख और हिंसा का सामना कर रहे हैं।

हालांकि, संयुक्त राज्य अमेरिका ने प्रस्ताव का विरोध किया। अमेरिकी प्रतिनिधि जोनाथन श्रियर ने कहा कि यह प्रस्ताव गलत तरीके से तालिबान को वैश्विक मान्यता की दिशा में बढ़ावा देता है, जबकि वे अभी भी मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं।

उन्होंने प्रस्ताव के उस हिस्से की आलोचना भी की जिसमें ईरान और पाकिस्तान को अफगान शरणार्थियों को शरण देने के लिए सराहा गया है। श्रियर ने आरोप लगाया कि ईरान अफगान शरणार्थियों के साथ दुर्व्यवहार कर रहा है, उन्हें बिना उचित सुनवाई के फांसी दे रहा है और उन्हें मिलिशिया में शामिल होने के लिए मजबूर कर रहा है।

अब आगे क्या होगा?

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने महासचिव एंतोनियो गुटेरेस से एक विशेष समन्वयक (special coordinator) नियुक्त करने का सुझाव दिया है, जो अफगानिस्तान पर वैश्विक प्रयासों और बातचीत को अधिक संरचित, एकजुट और प्रभावी बना सके।

यह प्रस्ताव ऐसे समय आया है जब रूस तालिबान सरकार को औपचारिक मान्यता देने वाला पहला देश बन चुका है, जिससे वैश्विक बहस और तेज़ हो गई है। फिर भी, अधिकांश देशों का मानना है कि यदि तालिबान को वैश्विक स्वीकृति चाहिए, तो उन्हें मानवाधिकारों की रक्षा करनी होगी और आतंकवाद के खिलाफ सख्ती से काम करना होगा।

इटरनल ने आदित्य मंगला को फूड डिलीवरी का सीईओ नियुक्त किया

भारत के तेजी से बढ़ते फूड डिलीवरी बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने के प्रयास में, Eternal ने आदित्य मंगला को अपने फूड ऑर्डरिंग और डिलीवरी डिवीजन का नया CEO नियुक्त किया है। यह नेतृत्व परिवर्तन 6 जुलाई 2025 को हुआ, जो कंपनी की पूर्व-नियोजित रणनीति का हिस्सा था।

फूड डिलीवरी यूनिट की कमान संभालेंगे आदित्य मंगला

आदित्य मंगला अब अगले दो वर्षों के लिए Eternal के फूड डिलीवरी संचालन की जिम्मेदारी संभालेंगे। वे राकेश रंजन की जगह लेंगे, जो पिछले दो सालों से इस पद पर थे और अब सभी वरिष्ठ प्रबंधन भूमिकाओं से अलग हो रहे हैं।

आदित्य मार्च 2021 से Eternal से जुड़े हुए हैं और उन्होंने कंपनी में कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं — जैसे सप्लाई और कस्टमर एक्सपीरियंस टीम का नेतृत्व। उन्होंने रेस्तरां भागीदारी बढ़ाने और डिलीवरी प्रक्रिया को बेहतर बनाने में प्रमुख भूमिका निभाई।

कंपनी की दिशा

दीपिंदर गोयल, Eternal के संस्थापक ने इस नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कंपनी को अब ऐसे नेताओं की ज़रूरत है जो ईमानदारी, तेजी और संवेदनशीलता के साथ जटिल परिस्थितियों को संभाल सकें। उन्होंने आदित्य की उस आदत की सराहना की, जिसमें वे सम्मानपूर्वक निर्णयों पर सवाल उठाते और चुनौतियां पेश करते हैं, जिसे उन्होंने नेतृत्व के लिए मूल्यवान गुण बताया।

दीपिंदर ने यह भी कहा कि Eternal अब एक नए दौर में प्रवेश कर रही है, जहां स्वतंत्र सोच रखने वाले नेता और नई सोच के साथ संचालन सुधारने वाले लोगों की जरूरत है।

पृष्ठभूमि: हालिया चुनौतियां

अप्रैल 2025 में, दिल्ली हाईकोर्ट ने ज़ोमैटो और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) को एक एंटी-ट्रस्ट केस को लेकर नोटिस भेजा था। नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने इस मामले में गोपनीय जानकारियों से बाहर रखे जाने को लेकर आपत्ति जताई थी। यह मामला अभी चल रहा है और इसका ज़ोमैटो के भविष्य के संचालन पर असर पड़ सकता है।

दीपिका पादुकोण को हॉलीवुड वॉक ऑफ फेम स्टार मिला

दीपिका पादुकोण हॉलीवुड वॉक ऑफ फेम स्टार से सम्मानित होने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री बन गई हैं। यह घोषणा बुधवार, 3 जुलाई 2025 को हॉलीवुड में की गई। यह उपलब्धि न केवल दीपिका के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए गौरव का विषय है, क्योंकि इससे भारतीय प्रतिभा को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान मिली है।

दीपिका को मिला हॉलीवुड से सम्मान

हॉलीवुड वॉक ऑफ फेम मनोरंजन जगत के सबसे प्रतिष्ठित सम्मानों में से एक है। हर साल फिल्म, संगीत, टेलीविज़न आदि क्षेत्रों से जुड़े चुनिंदा सितारों को अमेरिका के हॉलीवुड बुलेवार्ड की सड़कों पर उनके नाम की एक स्टार दी जाती है। इस साल, दीपिका पादुकोण को 2026 की सूची (Class of 2026) में शामिल 35 नामों में से एक के रूप में चुना गया है।

दीपिका के साथ-साथ माइली साइरस, टिमोथी चालमेट, एमिली ब्लंट, गॉर्डन राम्से, रेचल मैकऐडम्स और मैरियन कोटिलार्ड जैसे अन्य सितारों को भी यह सम्मान मिलेगा।

वॉक ऑफ फेम चयन समिति के अध्यक्ष पीटर रोथ ने कहा,

“इन प्रतिभाशाली व्यक्तियों ने मनोरंजन क्षेत्र में शानदार योगदान दिया है। हम उन्हें सम्मानित करके गर्व महसूस कर रहे हैं।”

दीपिका का वैश्विक सफर

दीपिका पादुकोण ने हॉलीवुड में अपनी शुरुआत 2017 में फिल्म ‘XXX: रिटर्न ऑफ ज़ेंडर केज’ से की थी, जिसमें उन्होंने विन डीज़ल के साथ काम किया था। समय के साथ उन्होंने Met Gala और कान्स फिल्म फेस्टिवल जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में भी भारत का प्रतिनिधित्व कर वैश्विक पहचान बनाई।

उन्हें टाइम मैगज़ीन की दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में भी शामिल किया गया था, जो कि एक बहुत बड़ा अंतरराष्ट्रीय सम्मान है।

दीपिका के आने वाले प्रोजेक्ट्स

दीपिका पादुकोण के पास कई बड़े और रोमांचक प्रोजेक्ट्स हैं। वे जल्द ही सुपरहिट फिल्म ‘कल्कि 2898 ए.डी.’ के दूसरे भाग में नजर आएंगी, जिसमें उनके साथ प्रभास, अमिताभ बच्चन और कमल हासन भी होंगे।

इसके अलावा वह निर्देशक एटली की एक नई फिल्म का हिस्सा हैं, जिसमें वह अल्लू अर्जुन के साथ दिखाई देंगी। इस फिल्म का फिलहाल वर्किंग टाइटल AA22xA6 है।

फैंस उन्हें जल्द ही एक बार फिर शाहरुख खान के साथ फिल्म ‘किंग’ में भी देखेंगे। इन बड़े प्रोजेक्ट्स के साथ दीपिका का करियर भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार ऊंचाइयों को छू रहा है।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त ग्राम योजना

राजस्थान सरकार ने 4 जुलाई 2025 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी-मुक्त गांव योजना की शुरुआत की। पहले चरण में यह योजना 5,000 गांवों में गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। इसका उद्देश्य गरीबी कम करना और लोगों को छोटे व्यवसायों व नौकरियों के ज़रिए बेहतर आय अर्जित करने में मदद करना है।

गरीब परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर

यह योजना गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन यापन कर रहे परिवारों पर केंद्रित है। चुने गए प्रत्येक परिवार को ₹1 लाख तक की सहायता दी जाएगी ताकि वे कोई काम या छोटा व्यापार शुरू कर सकें। स्वयं सहायता समूहों (SHGs) से जुड़ी महिलाओं को ₹15,000 प्रति परिवार की अतिरिक्त सहायता मिलेगी ताकि वे अपनी आय बढ़ा सकें। योजना का मकसद है कि लोग दूसरों पर निर्भर न रहें, बल्कि स्वावलंबी बनें।

जो परिवार गरीबी से बाहर निकले, उन्हें मिलेगा इनाम

जो परिवार अपने प्रयासों से गरीबी रेखा से ऊपर आ गए हैं, उन्हें सरकार की ओर से ₹21,000 का पुरस्कार दिया जाएगा। यह राशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के ज़रिए उनके सत्यापित बैंक खातों में भेजी जाएगी। अभी तक 22,400 पात्र परिवारों में से 17,891 बैंक खातों की पुष्टि हो चुकी है। इन परिवारों को ‘आत्मनिर्भर परिवार कार्ड’ भी दिए जाएंगे, जो यह दर्शाएंगे कि वे अब आत्मनिर्भर बन चुके हैं।

गरीब परिवारों की पहचान और विशेष कार्ययोजनाएं

सरकार ने 2002 के पुराने BPL रिकॉर्ड और नए सर्वेक्षण के आधार पर 5,002 गांवों में 30,631 BPL परिवारों की पहचान की है। साथ ही अब तक 61,000 से अधिक नए आवेदन भी आ चुके हैं, जिनमें परिवारों ने अपनी गरीबी को दर्शाते हुए सहायता की मांग की है। प्रशासन हर गांव के लिए एक विशेष कार्ययोजना तैयार कर रहा है, जिसके तहत लोगों को कौशल प्रशिक्षण, रोज़गार सहायता और वित्तीय योजनाओं से जोड़ा जाएगा।

संजोग गुप्ता ICC के नए CEO बने

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने 7 जुलाई 2025 को संजोग गुप्ता को अपना नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नियुक्त किया। वे ज्योफ एलार्डिस का स्थान लेंगे, जिन्होंने इस वर्ष की शुरुआत में पद से इस्तीफा दे दिया था। खेल प्रसारण और मीडिया उद्योग में संजोग गुप्ता के व्यापक अनुभव को देखते हुए यह नियुक्ति विश्व क्रिकेट के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। उनके नेतृत्व में ICC को डिजिटल नवाचार, वैश्विक विस्तार और फैंस के साथ बेहतर जुड़ाव की दिशा में नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद है।

वैश्विक भूमिका के लिए वैश्विक चयन प्रक्रिया

ICC ने मार्च 2025 में नए CEO की तलाश शुरू की और इसके लिए एक वैश्विक भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई। इस पद के लिए 25 देशों के 2,500 से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया। चयन समिति में भारत (BCCI), श्रीलंका (SLC), इंग्लैंड (ECB) के प्रमुखों के साथ-साथ ICC के डिप्टी चेयरमैन इमरान खुाजा भी शामिल थे। समीक्षा की कई चरणों के बाद 12 उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग की गई। अंततः, सभी सदस्यों की सर्वसम्मति से संजोग गुप्ता को चुना गया। इस फैसले को ICC के चेयरमैन जय शाह और पूरी बोर्ड ने मंजूरी दी।

आधिकारिक बयान और विज़न

जय शाह ने कहा कि संजोग गुप्ता “खेल रणनीति में व्यापक अनुभव” लाते हैं और क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर बढ़ाने में मदद करेंगे। शाह ने यह भी कहा कि गुप्ता की खेल प्रेमियों, तकनीक और वैश्विक रुझानों की समझ से क्रिकेट नए देशों में लोकप्रिय होगा और यह ओलंपिक में एक नियमित खेल भी बन सकता है।

जवाब में, संजोग गुप्ता ने कहा कि आईसीसी का नेतृत्व करना “एक सौभाग्य” है और यह क्रिकेट के लिए एक बेहद रोमांचक समय है—जहां बड़े टूर्नामेंट हो रहे हैं, दर्शकों की रुचि बढ़ रही है, और क्रिकेट 2028 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में शामिल हो रहा है। उन्होंने महिला क्रिकेट के विकास और डिजिटल टूल्स के नए अवसरों को भी रेखांकित किया।

गुप्ता का करियर सफर

संजोग गुप्ता ने अपने करियर की शुरुआत एक पत्रकार के रूप में की और 2010 में स्टार इंडिया से जुड़े। वर्षों में उन्होंने खेल प्रसारण में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं, जिनमें डिज़्नी और स्टार इंडिया में हेड ऑफ स्पोर्ट्स शामिल है।

नवंबर 2024 में, Viacom18 और Disney Star के विलय के बाद वे JioStar Sports के सीईओ बने। उन्होंने आईपीएल, आईसीसी टूर्नामेंट्स, प्रो कबड्डी लीग (PKL) और इंडियन सुपर लीग (ISL) जैसे प्रमुख खेल आयोजनों के विस्तार में अहम भूमिका निभाई। गुप्ता को रचनात्मक सोच, महिला खेलों को बढ़ावा देने और डिजिटल-प्रथम कवरेज के नेतृत्व के लिए जाना जाता है।

एलन मस्क ने अमेरिका में नई राजनीतिक पार्टी शुरू की

दुनिया के मशहूर अरबपति और टेक्नोलॉजी उद्यमी एलन मस्क ने “अमेरिका पार्टी” नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी शुरू करने की घोषणा की है। यह घोषणा उन्होंने अपनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर की। उनका कहना है कि यह पार्टी अमेरिका की टू-पार्टी सिस्टम (दो दलों वाली व्यवस्था) का एक वैकल्पिक रास्ता बनेगी। यह कदम ऐसे समय में आया है जब मस्क का अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सार्वजनिक विवाद हुआ है।

एलन मस्क का नया राजनीतिक कदम

एलन मस्क ने X पर पोस्ट कर कहा कि “अमेरिका पार्टी” का गठन हो चुका है और इसका उद्देश्य लोगों को “उनकी स्वतंत्रता वापस देना”, सरकारी भ्रष्टाचार और बेवजह खर्च के खिलाफ लड़ना है। उन्होंने कहा कि मौजूदा राजनीतिक प्रणाली केवल शक्तिशाली लोगों को लाभ देती है और आम जनता की आवाज़ नहीं सुनी जाती। उन्होंने पहले एक पोल भी चलाया था, जिसमें बड़ी संख्या में यूज़र्स ने नए राजनीतिक दल की मांग का समर्थन किया था।

डोनाल्ड ट्रंप से बढ़ी नाराज़गी क्यों?

पहले मस्क, ट्रंप के करीबी माने जाते थे। वे उनके चुनाव प्रचार में शामिल हुए थे और मई 2025 तक ट्रंप प्रशासन में एक भूमिका में थे। लेकिन उन्होंने ट्रंप के नए खर्च और टैक्स प्लान की कड़ी आलोचना की। मस्क का कहना है कि ये नीतियां अमेरिका का बजट घाटा $3 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ा देंगी।

सबसे बड़ी वजह यह रही कि नए कानून में इलेक्ट्रिक वाहनों और हरित ऊर्जा को कोई लाभ नहीं दिया गया — जबकि ये क्षेत्र मस्क की कंपनी टेस्ला के लिए बेहद अहम हैं।

ट्रंप की प्रतिक्रिया और तकरार

मस्क के इस्तीफे के बाद, ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया साइट Truth Social पर मस्क पर निशाना साधा। उन्होंने मस्क को सरकारी सब्सिडी पर निर्भर बताया और उनके कारोबार की जांच कराने की बात कही। ट्रंप के नए “बिग, ब्यूटीफुल बिल” में ग्रीन सब्सिडी को हटा दिया गया, जिससे मस्क और नाराज़ हो गए।

अब आगे क्या होगा?

  • अमेरिका की फेडरल इलेक्शनल कमीशन (FEC) ने अब तक अमेरिका पार्टी के रजिस्ट्रेशन की पुष्टि नहीं की है।

  • अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पार्टी किसे राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाएगी या वह 2026 या 2028 के चुनावों में भाग लेगी या नहीं।

  • अमेरिका में नई पार्टी बनाकर चुनाव जीतना बहुत कठिन होता है, लेकिन एलन मस्क की लोकप्रियता और आर्थिक ताकत पार्टी को मीडिया कवरेज और जनता का ध्यान दिला सकती है।

मेक्सिको ने फाइनल में अमेरिका को हराकर 10वां गोल्ड कप जीता

ह्यूस्टन, टेक्सास के NRG स्टेडियम में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में मेक्सिको ने संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) को 2-1 से हराकर अपनी 10वीं CONCACAF गोल्ड कप ट्रॉफी जीत ली। इस जीत के साथ मेक्सिको ने लगातार दूसरी बार यह खिताब अपने नाम किया और 2026 फीफा विश्व कप से पहले अपनी मजबूत तैयारी का प्रदर्शन किया।

अमेरिका की तेज शुरुआत

मैच की शुरुआत बेहद तेज़ हुई, जब चौथे मिनट में ही अमेरिका के सेबास्टियन बर्हाल्टर के फ्री-किक पर क्रिस रिचर्ड्स ने शानदार हेडर लगाकर गेंद को गोलपोस्ट में पहुंचा दिया। रेफरी ने VAR की पुष्टि के बाद गोल को वैध करार दिया और अमेरिका को 1-0 की शुरुआती बढ़त मिल गई।

मेक्सिको की वापसी

27वें मिनट में मेक्सिको के राउल जिमेनेज ने नज़दीक से गोल दागकर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। गोल के बाद जिमेनेज ने अपने दिवंगत साथी खिलाड़ी डिओगो जोटा की जर्सी दिखाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
पहले हाफ में गिल्बर्टो मोरा (सिर्फ 16 वर्ष) और रोबर्टो अल्वाराडो ने अमेरिका के गोलकीपर मैट फ्रीज़ को चुनौती दी, लेकिन वह शानदार बचाव करते रहे।

जीत दिलाने वाला गोल और VAR ड्रामा

दूसरे हाफ में मेक्सिको ने आक्रमण तेज किया और आखिरकार एडसन अल्वारेज़ ने हेडर के ज़रिए विजयी गोल दागा। हालांकि, VAR ने ऑफसाइड की जांच की, लेकिन गोल को मान्यता मिल गई।
अल्वारेज़ ने कहा, “हमने 35 दिनों तक कड़ी मेहनत की और आज उसका फल मिला। यह बहुत गर्व और खुशी की बात है।”

अमेरिका की वापसी की कोशिश

अमेरिका ने एलेक्स फ्रीमैन और डिएगो लूना के ज़रिए बराबरी की पूरी कोशिश की, लेकिन गोल नहीं कर सके।

इतिहास रचता मेक्सिको

  • यह मेक्सिको की 10वीं गोल्ड कप जीत है, जो अब तक किसी भी देश द्वारा सबसे अधिक है।

  • मेक्सिको ने हाल ही में CONCACAF नेशंस चैंपियनशिप भी जीती थी।

  • राउल जिमेनेज ने कहा, “विश्व कप से पहले यह जीत बहुत जरूरी थी। हमने शुरुआत से ही कड़ी मेहनत की।”

भारत ने विश्व मुक्केबाजी कप 2025 में 11 पदक जीते

कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना में आयोजित वर्ल्ड बॉक्सिंग कप में भारतीय महिला मुक्केबाज़ों ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। साक्षी (54 किग्रा), जैस्मिन (57 किग्रा) और नूपुर (80+ किग्रा) ने अपने-अपने वर्गों में स्वर्ण पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया। भारत ने इस प्रतियोगिता में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कुल 11 पदक (3 स्वर्ण, 5 रजत और 3 कांस्य) जीते, जो अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज़ी में भारत की बढ़ती ताकत को दर्शाता है।

गोल्डन गर्ल्स की शानदार जीत

  • साक्षी ने अमेरिका की योसलीन पेरेज़ को शानदार मुकाबले में सर्वसम्मत निर्णय (5:0) से हराया।

  • जैस्मिन ने ब्राज़ील की जुसीलेन सेक्वेरा रोमियो को 4:1 के स्कोर से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

  • नूपुर ने मेज़बान देश की येल्दाना तालिपोवा को 5:0 के निर्णायक अंतर से हराकर भारत को तीसरा स्वर्ण दिलाया।

अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

  • भारत ने 3 स्वर्ण, 5 रजत और 3 कांस्य सहित कुल 11 पदक जीते।

  • यह भारत की वर्ल्ड बॉक्सिंग कप में अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है।

  • इससे पहले ब्राज़ील में आयोजित पहले चरण में भारत ने 6 पदक जीते थे।

भारतीय बॉक्सिंग का उज्ज्वल भविष्य

  • फाइनल दिन की शुरुआत साक्षी की आत्मविश्वास भरी जीत से हुई, जिसने टीम को ऊर्जावान शुरुआत दी।

  • जैस्मिन और नूपुर की शानदार जीतों ने भारत के लिए यह दिन ऐतिहासिक बना दिया।

  • भारतीय बॉक्सिंग महासंघ (BFI) ने खिलाड़ियों और कोचों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रदर्शन उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम है।

सावन 2025: प्रारंभ और समापन तिथि, पूजा विधि, मंत्र और महत्त्व

सावन हिंदू कैलेंडर में एक बहुत ही खास और पवित्र महीना है। यह पूरी तरह से भगवान शिव को समर्पित है और पूरे भारत में लोग उनकी बड़ी श्रद्धा से पूजा करते हैं। इस दौरान कई भक्त व्रत रखते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं, मंदिरों में जाते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं। सावन शांति, भक्ति और आशीर्वाद का समय है। 2025 में सावन की तिथियां भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग होंगी, जो कैलेंडर के अनुसार अलग-अलग होंगी।

सावन 2025 – प्रारंभ और समाप्ति तिथि (उत्तर भारत के लिए)

सावन मास की शुरुआत और समाप्ति भारत के विभिन्न क्षेत्रों में प्रयुक्त पंचांग (कैलेंडर) के आधार पर अलग-अलग होती है। उत्तर भारत में पूर्णिमांत पंचांग का पालन किया जाता है।

पूर्णिमांत पंचांग (उत्तर भारत)
(उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य)

  • सावन प्रारंभ तिथि: 11 जुलाई 2025

  • सावन समाप्ति तिथि: 9 अगस्त 2025

इस अवधि में विशेष रूप से सावन के सोमवार (सावन सोमवारी व्रत) बहुत पवित्र माने जाते हैं, जिनमें शिव भक्त उपवास रखकर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं।

अमांत पंचांग (पश्चिम एवं दक्षिण भारत) – सावन 2025 तिथि
(महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु और गोवा में अमांत पंचांग का पालन होता है।)

सावन प्रारंभ तिथि: 25 जुलाई 2025

सावन समाप्ति तिथि: 23 अगस्त 2025

हिंदू धर्म में सावन माह का महत्व

सावन मास भगवान शिव को समर्पित सबसे पवित्र महीनों में से एक है। इस महीने में शिवजी और माता पार्वती की पूजा करने से भक्तों को आशीर्वाद, मानसिक शांति, सफलता और उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि सावन में शिव-भक्ति से सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

सावन में व्रत के नियम

सावन में विशेषकर सोमवार को व्रत रखने की परंपरा है, जिसे सावन सोमवार व्रत कहा जाता है। व्रत के विभिन्न तरीके होते हैं:

  • कुछ लोग दिनभर में केवल एक बार भोजन करते हैं, आमतौर पर शाम को।

  • कुछ लोग केवल फल, दूध और व्रत में खाया जाने वाला भोजन करते हैं।

  • अनाज, नमक, लहसुन, प्याज और पैकेज्ड खाद्य पदार्थों से परहेज किया जाता है।

  • कई भक्त केवल पूजा के बाद ही जल ग्रहण करते हैं।

  • शिव मंत्रों का जाप और मंदिर जाना इस दौरान आम होता है।

सावन में पूजा की विधि

भगवान शिव की पूजा सावन में विशेष रूप से की जाती है। पूजा की सामान्य प्रक्रिया:

  1. प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।

  2. घर और पूजा स्थान की सफाई करें।

  3. लकड़ी की चौकी पर शिव-पार्वती की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।

  4. घी का दीपक जलाएं।

  5. वैदिक मंत्रों का जाप करें।

  6. शिवलिंग पर पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का मिश्रण) अर्पित करें।

  7. पुनः गंगाजल से अभिषेक करें।

  8. बिल्वपत्र, सफेद मिष्ठान्न, पुष्प, इत्र, चंदन और अक्षत से शिवजी को श्रृंगार करें।

  9. शिव चालीसा और श्रावण मास कथा का पाठ करें।

सावन में प्रमुख शिव मंत्र

“ॐ नमः शिवाय”
सबसे सरल और प्रभावशाली मंत्र, जिसका जाप सावन में बहुत फलदायी माना जाता है।

“ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥”

यह महा मृत्युंजय मंत्र है, जिसे दीर्घायु, स्वास्थ्य और भयमुक्ति के लिए जपा जाता है।

सावन माह में प्रभावशाली शिव मंत्र
सावन के पावन महीने में भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए विशेष मंत्रों का जाप करते हैं। ये मंत्र आध्यात्मिक ऊर्जा को जाग्रत करते हैं और मानसिक शांति व स्वास्थ्य प्रदान करते हैं।

“ॐ नमः शिवाय”
(अर्थ: मैं भगवान शिव को नमन करता हूँ।)
यह एक अत्यंत सरल, लेकिन अत्यंत शक्तिशाली पंचाक्षरी मंत्र है। इसका नियमित जाप मानसिक शुद्धि, आत्मबल और शिव कृपा के लिए किया जाता है।

“ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥”

(यह महा मृत्युंजय मंत्र है।)

अर्थ:
हम त्रिनेत्र वाले भगवान शिव की उपासना करते हैं, जो सबको जीवन देने वाले, सुगंधयुक्त और पोषण करने वाले हैं। जैसे ककड़ी अपने डंठल से सहजता से अलग हो जाती है, वैसे ही हमें मृत्यु के बंधनों से मुक्त कर अमरत्व प्रदान करें।

इन मंत्रों का नियमपूर्वक जाप करने से सावन में विशेष फल की प्राप्ति होती है। यह रोग, भय, संकट और दुःख को दूर करने में अत्यंत प्रभावी माने जाते हैं।

ब्यूनस आयर्स में पीएम मोदी को ‘की टू द सिटी’ सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा के दौरान ‘की टू द सिटी’ (शहर की चाबी) सम्मान प्रदान किया गया। यह सम्मान भारत और अर्जेंटीना के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान के लिए दिया गया। यह सम्मान विश्व के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को ही दिया जाता है जो किसी शहर के साथ विशेष संबंध बनाते हैं या उस शहर में सांस्कृतिक, राजनीतिक या आर्थिक जुड़ाव बढ़ाते हैं। यह यात्रा ऐतिहासिक रही, क्योंकि 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली अर्जेंटीना यात्रा थी।

प्रधानमंत्री मोदी को प्रतीकात्मक सम्मान

ब्यूनस आयर्स शहर सरकार के प्रमुख जॉर्ज मैकरी ने पीएम मोदी को यह सम्मान प्रदान किया। यह सम्मान परंपरागत रूप से किसी सम्मानित अतिथि को मैत्री और विश्वास का प्रतीक मानते हुए दिया जाता है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि यह सम्मान पीएम मोदी की भारत-अर्जेंटीना संबंधों को नई ऊंचाई तक ले जाने की भूमिका को दर्शाता है। पीएम मोदी ने इस गर्मजोशी से भरे स्वागत के लिए धन्यवाद व्यक्त किया और अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर तस्वीरें और संदेश साझा किए।

सांस्कृतिक श्रद्धांजलि और साझा विरासत

अपनी यात्रा के दौरान, पीएम मोदी ने महात्मा गांधी और रवींद्रनाथ टैगोर की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि गांधीजी का शांति और अहिंसा का संदेश आज भी पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा है। उन्होंने जनरल जोस दे सैन मार्टिन को भी श्रद्धांजलि दी, जिन्हें अर्जेंटीना का राष्ट्रीय नायक माना जाता है। पीएम मोदी ने उनके दक्षिण अमेरिका की स्वतंत्रता संग्राम में नेतृत्व की सराहना की। इस यात्रा का एक प्रमुख उद्देश्य सांस्कृतिक सम्मान और साझा मूल्यों को उजागर करना था।

भारत-अर्जेंटीना संबंधों को नया विस्तार

प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति जेवियर मिलेई से मुलाकात की और उच्च स्तरीय वार्ता की। दोनों नेताओं ने भारत-अर्जेंटीना के 75 वर्ष के राजनयिक संबंधों का जश्न मनाया और रक्षा, ऊर्जा, कृषि, खनन और व्यापार के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।

  • अर्जेंटीना ने भारत को लिथियम और शेल गैस आपूर्ति करने पर सहमति दी, जो भारत की ऊर्जा जरूरतों के लिए अहम है।

  • पीएम मोदी ने भारतीय दवाओं के आयात में सुविधा की भी मांग की।

  • खेल और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग पर भी चर्चा हुई।

  • पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मिलेई को भारत आने का आमंत्रण भी दिया।

प्रवासी भारतीयों से भावुक मुलाकात

ब्यूनस आयर्स में पीएम मोदी का प्रवासी भारतीय समुदाय ने गर्मजोशी से स्वागत किया। लोग उनके होटल के बाहर भारतीय झंडे लहराते, गीत गाते और नृत्य करते नजर आए। पीएम मोदी ने उनसे आत्मीयता से बातचीत की और कहा,

“दूरी कभी भी सांस्कृतिक रिश्तों को तोड़ नहीं सकती।”

उन्होंने प्रवासी भारतीयों के स्नेह को सराहा और कहा कि उनकी उपस्थिति ने इस यात्रा को और भी खास बना दिया।

 

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