पेप्सिको फाउंडेशन और केयर ने ‘शी फीड्स द वर्ल्ड’ कार्यक्रम शुरू किया

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पेप्सिको और CARE ने भारत में ‘शी फीड्स द वर्ल्ड’ (She Feeds the World) कार्यक्रम शुरू किया है। यह कार्यक्रम कृषि क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये है, जो मुख्य रूप से छोटे पैमाने की महिला उत्पादकों पर केंद्रित होगा। विकासशील देशों में सभी कृषि श्रमिकों में महिलाएँ लगभग आधी हैं और पुरुषों की तुलना में प्रति सप्ताह 13 घंटे अधिक कार्य करती हैं।

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मुख्य बिंदु

 

  • अनुसंधान से पता चलता है कि यदि पुरुषों के समान महिला किसानों की संसाधनों तक पहुँच सुनिश्चित होती है, तो वे अपने खेतों की उपज में 20-30 प्रतिशत तक की वृद्धि कर सकती हैं, इससे संभवतः विश्व में भूखे लोगों की संख्या को 150 मिलियन तक कम किया जा सकता है।
  • इस कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्यों में फसल की उपज बढ़ाना, बीपीएल परिवारों की महिलाओं की आय में वृद्धि करना, स्वस्थ और संतुलित आहार तक पहुँच सुनिश्चित करने के साथ ही सतत् कृषि पर महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान करना है।
  • यह कार्यक्रम कृषि क्षेत्र में लैंगिक असमानता को कम करने तथा देश में कृषि परिवारों को एक स्थिर आय प्राप्त करने में मदद करेगा, साथ ही सतत् कृषि पर महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
  • प्रारंभ में इस कार्यक्रम को पश्चिम बंगाल के कूचबिहार ज़िले और अलीपुरद्वार ज़िले में लागू किया जाएगा। पेप्सिको तथा केयर का लक्ष्य इस कार्यक्रम के माध्यम से 48,000 से अधिक महिलाओं की स्थिति में सुधार करना है।
  • पश्चिम बंगाल के 1.5 मिलियन से अधिक लोग इससे लाभान्वित होंगे।

 

सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:

 

  • पेप्सिको फाउंडेशन के सीईओ: रेमन लागुआर्टा (3 अक्टूबर 2018–);
  • पेप्सिको फाउंडेशन मुख्यालय: खरीद, हैरिसन, न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका;
  • पेप्सिको फाउंडेशन की स्थापना: 1965;
  • पेप्सिको फाउंडेशन के अध्यक्ष: रेमन लागुआर्टा।

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Person Of The Year: Dr. Subramaniam Jaishankar, Foreign Minister Of India_70.1

जल जीवन मिशन के तहत 11 करोड़ घरों को मिल रहा नल से जल

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भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, आज देश में 11 करोड़ से ज्यादा ग्रामीण परिवारों के पास नल के पानी का कनेक्शन है। भारत के 123 जिलों और 1.53 लाख से ज्यादा गांवों में ‘हर घर जल’ उपलब्ध है, जिसका अर्थ है कि ‘हर घर जल’ के माध्यम से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध है।पिछले वर्षों में कई व्यवधान उत्पन्न होने के बावजूद, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने हर ग्रामीण घर में नल का पानी सुनिश्चित करने की दिशा में लगातार काम किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त, 2019 को ‘जल जीवन मिशन’ की घोषणा की थी, जिसका उद्देश्य 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल के पानी का कनेक्शन उपलब्ध कराना है।

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साल 2019 में मिशन की शुरुआत होने के समय, 19.35 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से सिर्फ 3.23 करोड़ (16.72 फीसदी) परिवारों के पास नल का पानी उपलब्ध था। लेकिन आज की तारीख में, जीवन बदलने वाले मिशन ने लगभग तीन वर्षों की छोटी अवधि में, 11 करोड़ (56.84%) से ज्यादा ग्रामीण परिवारों के घरों में नल के पानी की आपूर्ति की है।

 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जल जीवन मिशन (जेजेएम) के अंतर्गत 11 करोड़ नल जल कनेक्शन प्रदान करने वालीउपलब्धि की सराहना की। फील्ड टेस्ट किट के माध्यम से पानी की गुणवत्ता का परीक्षण करने के लिए 17 लाख से ज्यादा महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। अब तक, जेजेएम के अंतर्गत 5.20 लाख से ज्यादा पानी समितियों का गठन किया गया, जो गांव में जल आपूर्ति की अवसंरचना का प्रबंधन, संचालन और रखरखाव करते हैं।

 

मिशन की कब हुई शुरुआत ?

पीएम मोदी ने 15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से जल जीवन मिशन की घोषणा की थी, तब कुल 19.35 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से केवल 3.23 करोड़ (17%) ग्रामीण परिवारों के घरों में नल से जलापूर्ति की सुविधा थी। भारत सरकार ने 2024 तक शेष 16.12 करोड़ परिवारों को नल का जल की सुविधा प्रदान करने का संकल्प लिया है।

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पर्यटन मंत्रालय ने लाल किले के लॉन में 6 दिवसीय मेगा इवेंट “भारत पर्व” का आयोजन किया

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गणतंत्र दिवस के समापन के बाद मंत्रालयों, सरकारी विभागों, राज्यों और केंद्र शासित राज्यों की ये झांकियां लाल किले के परिसर में रखी जाती है। जहां फिर एक नए पर्व की शुरुआत होती है जो 5 दिनों तक चलता है। जिसे “भारत पर्व” कहा जाता है। जहां गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हुई झांकियों को देखा जा सकता है। इस बार पर्यटन मंत्रालय गणतंत्र दिवस समारोह के हिस्से के रूप में 26 से 31 जनवरी तक लाल किले के लॉन में छह दिवसीय मेगा कार्यक्रम “भारत पर्व” का आयोजन करेगा।

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साल 1950 में 26 जनवरी को भारत का संविधान लागू हुआ था। उसी दिन से गणतंत्र दिवस की शुरुआत की गई थी। 1950 से भारत लगातार गणतंत्र दिवस का जश्न राजपथ ( अब कर्तव्यपथ) पर मनाते आ रहा है। जिसमें तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। गणतंत्र दिवस पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों और विभिन्न मंत्रालयों के साथ कुछ सरकारी विभागों की झांकियां भी शामिल होती हैं। ये सभी झांकिया अलग-अलग थीम पर बनाई जाती है।

 

भारत पर्व क्या है?

 

भारत पर्व को मनाने का फैसला 27 जनवरी, 2016 को किया गया था। जिसकी शुरूआत पर्यटन मंत्रालय ने की थी। इस पर्व को मनाने का मुख्य मकसद पर्यटन को और अधिक बढ़ावा देना और भारत की संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित करना है। शुरुआती सालों में इस पर्व को 3 दिन तक मनाया जाता था लेकिन अब भारत पर्व 5 दिनों तक मनाया जाता है।

 

भारत पर्व का आकर्षण रहेंगी सांस्कृतिक झांकियां

 

भारत पर्व में इस साल कुल 23 झांकियां देखने को मिलेगी, जिसमें 17 झांकियां राज्य और केंद्र शासित राज्यों की होंगी और 6 झांकियां मंत्रालय और अन्य सरकारी विभागों की होंगी। आधिकारिक बयान के अनुसार, पर्यटन मंत्रालय को इस आयोजन के लिए नोडल मंत्रालय के रूप में नामित किया गया है। भारत पर्व कार्यक्रम के आकर्षण में गणतंत्र दिवस परेड की झांकियां, क्षेत्रीय सांस्कृतिक मंडलियों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन, एक अखिल भारतीय खाद्य न्यायालय और 65 हस्तशिल्प स्टालों के साथ एक अखिल भारतीय शिल्प बाजार शामिल होगा।

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ईपीएफओ ने देश भर में सभी जिलों में बड़े पैमाने पर आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया

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कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने देश भर में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने के लिए ‘निधि आपके निकट’ कार्यक्रम के माध्यम से सभी जिलों में बड़े पैमाने पर आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य हर महीने की 27 तारीख को सभी जिलों तक पहुंचना और संगठन और उसके हितधारकों के बीच संबंधों को मजबूत करना है। निधि आपके निकट का दूसरा चरण न केवल नियोक्ताओं एवं कर्मचारियों के लिए शिकायत निवारण मंच और सूचना विनिमय नेटवर्क बनेगा, बल्कि विभिन्न राज्य सरकारों तथा केंद्र सरकार के विभागों में जिला स्तर वाले अधिकारियों के साथ सूचना के आदान-प्रदान हेतु एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में स्थापित होगा।

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इस पहल के तहत एक हेल्प डेस्क बनाई जाएगी, जहां पर सदस्यों को ऑनलाइन दावा प्रस्तुत करने आदि जैसी विभिन्न सेवाएं उपलब्ध होंगी। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के सदस्यों की शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया जायेगा और यदि किसी समस्या का उसी समय हल नहीं मिल पाता है, तो उसे ईपीएफओ के शिकायत पोर्टल पर दर्ज कर प्राथमिकता के आधार पर उसका समाधान किया जायेगा।

 

निधि आपके निकट एक विशेष पहल है, जिसके अंतर्गत ईपीएफओ के हितधारक शिकायत निवारण के लिए ईपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालयों में आते हैं, जबकि निधि आपके निकट 2.0 के तहत, ईपीएफओ अपने प्रत्येक हितधारक तक पहुंचेगा, इससे देश के सभी जिलों में संगठन की पहुंच और कार्यकुशलता में बढ़ोत्तरी होगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य हर महीने एक किसी विशेष दिन पर ही देश के सभी जिलों तक पहुंचना है। निधि आपके निकट 2.0 जनवरी 2023 से शुरू होकर हर महीने की 27 तारीख को संचालित किया जाएगा। यदि किसी माह की 27 तारीख को अवकाश होता है, तो इसे अगले कार्य दिवस पर आयोजित किया जाएगा।

 

यह लक्षित दृष्टिकोण उच्च कुशलता के माध्यम से सार्वजनिक संतुष्टि के साथ-साथ सुविधाओं के कुशल लाभ वितरण को सुनिश्चित करेगा। जिला जागरूकता शिविर व आउटरीच कार्यक्रम के रूप में निधि आपके निकट की पहुंच को विस्तृत करने तथा इसका दायरा बढ़ाने से देश के 500 से अधिक जिले जहां पर ईपीएफओ कार्यालय नहीं हैं, उनको भी कवर किया जाएगा और सदस्यों को सामाजिक सुरक्षा एवं निर्बाध सेवाएं प्रदान की जा सकती हैं।

 

केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त नीलम शमी राव ने सभी मुख्य सचिवों को पत्र भेजकर राज्य के हरेक जिला कलेक्टर को इस आउटरीच कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्ण सहयोग देने के निर्देश जारी करने का अनुरोध किया है। उन्होंने केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी), ईपीएफ के सदस्यों से अनुरोध किया कि वे अपने निकट शिविरों में सक्रिय रूप से भाग लें और ईपीएफ अधिकारियों को प्रेरित करें तथा उनको मार्गदर्शन प्रदान करें। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन वर्षों से अपने ग्राहकों के कल्याण के लिए कई उपाय और सुधार करता रहा है। वर्ष 2015 में भविष्य निधि अदालत का नाम बदलकर निधि आपके निकट रखा गया तथा साल 2019 में ट्रेड यूनियनों की भागीदारी को आमंत्रित करके निधि आपके निकट कार्यक्रम की पहुंच में और सुधार किया गया।

 

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भारत और जापान ने “वीर गार्जियन 2023” वायु अभ्यास का समापन किया

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भारतीय वायु सेना (आईएएफ) और जापान की एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स (जेएएसडीएफ) के बीच द्विपक्षीय वायु रक्षा अभ्यास ‘वीर गार्जियन 2023’ का पहला संस्करण 26 जनवरी 2023 को जापान में संपन्न हुआ। जापान की एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स ने अपने एफ-2 और एफ-15 विमानों के साथ इस अभ्यास में भाग लिया, जबकि भारतीय वायु सेना की टुकड़ी ने सुखोई-30 एमकेआई विमानों के साथ हिस्सा लिया। भारतीय वायु सेना के लड़ाकू दल के साथ एक आईएल-78 फ्लाइट रिफ्यूलिंग जहाज और दो सी-17 ग्लोबमास्टर स्ट्रैटेजिक एयरलिफ्ट ट्रांसपोर्ट विमान ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

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संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास कार्यक्रम 16 दिनों तक आयोजित किया गया। इस दौरान, दोनों देशों की वायु सेनाएं कई कृत्रिम हवाई परिचालन परिदृश्यों में जटिल एवं विस्तृत आकाशीय युद्धाभ्यास में भाग लेती रहीं। अभ्यास के दौरान दोनों देशों की वायु सेनाओं द्वारा सटीक योजना प्रबंधन और गतिविधियों का कुशल निष्पादन किया गया। भारतीय वायु सेना और जापान की एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स दृश्य तथा दृश्यता की सीमा से पार जाकर की परिस्थितियों में हवाई युद्धाभ्यास, कौशल विकास एवं वायु रक्षा मिशन में लगी हुई हैं। अभ्यास में भाग लेते हुए दोनों वायु सेनाओं के एयरक्रू ने एक-दूसरे के लड़ाकू विमानों में उड़ान भरी ताकि हवाई संचालन के क्षेत्र की गहरी समझ को प्राप्त किया जा सके।

 

अभ्यास ‘वीर गार्जियन 2023’ के दौरान दोनों वायुसेनाओं को आपसी समझ को प्रगाढ़ करने का अवसर प्राप्त हुआ। इस वायु रक्षा अभ्यास में भारतीय वायु सेना तथा जापान की एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स कर्मियों के बीच जमीनी स्तर पर कई विचार-विमर्श हुए, जिनमें दोनों पक्षों द्वारा विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। द्विपक्षीय वायु रक्षा अभ्यास में भाग लेने वाले दलों को एक-दूसरे की सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों में निहित अंतर्दृष्टि को आत्मसात करने और एक-दूसरे की अनूठी क्षमताओं से सीखने का अवसर प्राप्त हुआ।

 

सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:

 

  • भारतीय वायु सेना मुख्यालय: नई दिल्ली;
  • भारतीय वायु सेना की स्थापना: 8 अक्टूबर 1932, भारत;
  • भारतीय वायु सेना के वायु प्रमुख मार्शल: राकेश कुमार सिंह भदौरिया;
  • जापान एयर सेल्फ-डिफेंस फोर्स की स्थापना: 1 जुलाई 1954, जापान।
  • जापान वायु आत्मरक्षा बल मुख्यालय: टोक्यो, जापान।

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नरेश लालवानी ने मध्य रेलवे के महाप्रबंधक के रूप में पदभार ग्रहण किया

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नरेश लालवानी ने 24 जनवरी 2023 को मध्य रेलवे के नए महाप्रबंधक के रूप में कार्यभार संभाला। उन्होंने पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्रा का स्थान लिया, जो मध्य रेलवे का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे थे। वह 1985 बैच के भारतीय रेलवे इंजीनियरिंग सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी हैं। लालवानी को निर्माण और ओपन लाइन के परिचालन दोनों में गहन अनुभव प्राप्त है।

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मध्य रेलवे के महाप्रबंधक के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, वह पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ उप महाप्रबंधक और मुख्य सतर्कता अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। लालवानी ने 1985 में श्री गोविंदराम सक्सेरिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, इंदौर से स्नातक किया। उनके पास भारतीय रेलवे में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करने का अनुभव है।

 

असम के लुमडिंग से अपने करियर की शुरुआत करते हुए उन्होंने 10 साल तक नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे में काम किया। इसके बाद उन्होंने पश्चिम रेलवे में अहमदाबाद और मुंबई मंडलों में विभिन्न पदों पर कार्य किया। उन्होंने रेलवे अधिकारियों को ज्ञान प्रदान करने के लिए इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ सिविल इंजीनियरिंग, पुणे में प्रोफेसर के रूप में भी काम किया है।

 

सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:

 

  • मध्य रेलवे की स्थापना: 5 नवंबर 1951, मुंबई;
  • मध्य रेलवे मुख्यालय: छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, मुंबई।

 

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डेटा गोपनीयता दिवस : 28 जनवरी

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दुनिया भर में हर साल 28 जनवरी को डेटा गोपनीयता दिवस (Data Privacy Day) मनाया जाता है। दिन का उद्देश्य व्यक्तियों को संवेदनशील बनाना और गोपनीयता प्रथाओं और सिद्धांतों का प्रसार करना है। यह गोपनीयता की संस्कृति बनाने के लिए सभी को अपनी गोपनीयता जिम्मेदारियों को निभाने के लिए प्रोत्साहित करता है। दिन का पालन “गोपनीयता का सम्मान करने, विश्वास को सक्षम करने और डेटा की सुरक्षा के महत्व पर जागरूकता पैदा करने का एक अंतर्राष्ट्रीय प्रयास” है।

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डेटा गोपनीयता दिवस का उद्देश्य

यह दिवस नागरिकों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी की रक्षा करने हेतु प्रोत्साहित एवं जागरूक किया जाता है। इस दिन के अंतर्गत पूरे विश्व में डेटा संरक्षण को लेकर महत्वपूर्ण बातें बताई जाती है। गोपनीयता सभी व्यक्तियों हेतु ऑनलाइन सुरक्षा सुनिश्चित करने का एक साधन है।

 

डेटा सुरक्षा दिवस

 

यूरोप की परिषद ने प्रत्येक साल 28 जनवरी को मनाया जाने वाला एक डेटा सुरक्षा दिवस शुरू किया था। इस तारीख को यूरोप के डाटा संरक्षण सम्मेलन, जिसे ‘कन्वेंशन 108’ के रूप में भी जाना जाता है। व्यक्तिगत डाटा के संग्रह एवं प्रसंस्करण को विनियमित करके व्यक्तिगत अधिकारों की रक्षा करने का इरादा रखता है। यह दिन नागरिकों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी की रक्षा करने हेतु प्रोत्साहित करता है।

 

डेटा सुरक्षा दिवस का इतिहास

 

डाटा संरक्षण दिवस को मूल रूप से 28 जनवरी 1981 से मनाया जा रहा था, लेकिन वर्ष 2006 में यूरोप की एक परिषद ने 26 अप्रेल 2006 को प्रत्येक साल डाटा संरक्षण दिवस मनाने का फैसला लिया। इसे अब प्रत्येक साल 28 जनवरी को ही मनाया जाता है।

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Google ने 74वें गणतंत्र दिवस पर बनाया ये खास Doodle

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Google ने 74वें गणतंत्र दिवस (74th Republic Day) पर भारत के लोगों को बधाई देने के लिए एक नया डूडल जारी किया है। हर साल 26 जनवरी को मनाया जाने वाला गणतंत्र दिवस स्वतंत्र भारत के इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना है। यह भारत के संविधान (constitution of India) के लागू होने की याद दिलाता है जो 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ और देश को एक गणतंत्र बना दिया। दिन का मुख्य आकर्षण गणतंत्र दिवस परेड है जो राजपथ, दिल्ली से शुरू होती है और इंडिया गेट पर समाप्त होती है।

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गूगल ने अपने होमपेज पर एनिमेशन के जरिए एक डूडल बनाया है। इस गूगल डूडल में एक पेपर आर्टवर्क नजर आ रहा है, जिसे गुजरात के अहमदाबाद के गेस्ट आर्टिस्ट पार्थ कोथेकर ने तैयार किया है। आज के गूगल डूडल (Google Doodle) में गणतंत्र दिवस परेड के कई तत्व देखने को मिले। इसमें राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, सीआरपीएफ मार्चिंग दल और मोटरसाइकिल सवार नजर आ रहा हैं।

 

डूडल में एक भारत की छवि देखने को मिल रही है। इस आर्ट में घुड़सवार, सीआरपीएफ की मार्चिंग, भारत का राष्ट्रीय पक्षी- मोर भी नजर आ रहा हैं। गूगल ने डूडल के जरिए 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत की संस्कृति और परंपरा को दर्शाया है। इस साल के मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी है।

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कनाडा दुनिया के पहले फोटोनिक-आधारित क्वांटम कंप्यूटर का व्यावसायीकरण करेगा

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कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दुनिया के पहले फोटोनिक-आधारित, दोष-सहिष्णु क्वांटम कंप्यूटर के निर्माण और व्यावसायीकरण के लिए एक नए संघीय निवेश की घोषणा की है। प्रधान मंत्री की वेबसाइट से एक समाचार विज्ञप्ति के अनुसार, 40 मिलियन कनाडाई डॉलर ($32 मिलियन) के निवेश से टोरंटो स्थित कनाडा की क्वांटम कंप्यूटिंग कंपनी Xanadu Quantum Technologies Inc. को क्वांटम कंप्यूटर विकसित करने में मदद मिलेगी, जिसमें क्षमता होगी जटिल डेटा समस्याओं को हल करने में मदद करने के लिए विश्व की अग्रणी क्षमताएं प्रदान करते हैं और वित्त, परिवहन, पर्यावरण मॉडलिंग और स्वास्थ्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों में इसका उपयोग किया जा सकता है।

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इस विकास के बारे में अधिक:

 

सरकार के स्ट्रैटेजिक इनोवेशन फंड के माध्यम से समर्थित, 177.8 मिलियन कनाडाई डॉलर (142 मिलियन डॉलर) की इस परियोजना से हाई-टेक और क्वांटम कंप्यूटिंग क्षेत्रों में 530 नए अत्यधिक कुशल पदों के सृजन की उम्मीद है।

 

कनाडा की राष्ट्रीय क्वांटम रणनीति:

 

इस महीने की शुरुआत में, कनाडा ने अपनी राष्ट्रीय क्वांटम रणनीति शुरू की, जो कनाडा को क्वांटम प्रौद्योगिकियों में एक वैश्विक नेता के रूप में मजबूत करने में मदद करने के लिए अतिरिक्त 360 मिलियन कनाडाई डॉलर ($288 मिलियन) का निवेश करती है।

2016 में स्थापित, Xanadu, क्वांटम कंप्यूटर बनाने के मिशन के साथ जो उपयोगी हैं और हर जगह लोगों के लिए उपलब्ध हैं, क्वांटम कंप्यूटिंग और एप्लिकेशन डेवलपमेंट के लिए एक ओपन-सोर्स सॉफ़्टवेयर लाइब्रेरी पेनीलेन के विकास का नेतृत्व करते हैं।

FATF Blacklists Myanmar, Calls for Due Diligence To Transactions in Nation_70.1

वयोवृद्ध तेलुगु अभिनेता जे जमुना का 86 वर्ष की आयु में निधन

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वयोवृद्ध तेलुगु फिल्म अभिनेता और पूर्व सांसद जे जमुना का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका जन्म 30 अगस्त, 1936 को हम्पी में हुआ था। जमुना ने 16 साल की उम्र में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) की सांस्कृतिक शाखा, प्रजा नाट्य मंडली के गरिकापति राजा राव द्वारा बनाई गई पुत्तिलु (1952) के साथ अपनी फिल्म की शुरुआत की। इससे पहले उन्होंने राजा राव द्वारा चलाए गए इंडियन पीपुल्स थिएटर एसोसिएशन की ओर से कई मंचीय नाटकों में अभिनय किया।

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जे जमुना के बारे में

 

  • जमुना एक अभिनेत्री, निर्देशक और राजनीतिज्ञ थीं। उन्होंने राजा राव द्वारा बनाए गए इंडियन पीपल्स थिएटर एसोसिएशन की ओर से कई मंचीय नाटकों में अभिनय किया।
  • जमुना को एल.वी. प्रसाद की मिसम्मा (1955) में उनकी भूमिका से प्रसिद्धि मिली। कुल मिलाकर, उन्होंने तेलुगु भाषा में 198 फिल्मों में अभिनय किया, जिनमें भूकैलास, गुंडम्मा कथा, चिरंजीवुलु, मोगा मनसुलु और रामुडु भीमुडु शामिल हैं।
  • वह अपने दौर की सबसे ग्लैमरस अभिनेत्री थीं, जिन्होंने “श्रीकृष्ण तुलाभरम” में भगवान कृष्ण की पत्नी सत्यभामा और “संपूर्ण रामायणम” में राजा दशरथ की पत्नी कैकेयी जैसी कई तरह की भूमिकाएँ निभाईं।
  • जमुना ने सुनील दत्त अभिनीत “मिलन” सहित कुछ हिंदी फिल्मों में भी काम किया, जिसके लिए उन्होंने फिल्मफेयर पुरस्कार जीता था।
  • उन्होंने तमिल और कन्नड़ जैसी अन्य दक्षिण भारतीय फिल्मों में भी अभिनय किया, उनकी अंतिम उपस्थिति 2021 में अम्म्ममगरी मनावडु में थी।
  • 1980 के दशक में, जमुना ने कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर राजनीति में प्रवेश किया और आंध्र प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बनीं।
  • उन्होंने 1989 में लोकसभा चुनाव भी लड़ा और राजमुंदरी संसदीय क्षेत्र से जीत हासिल की। वह 1991 का चुनाव हार गईं और उन्होंने राजनीति छोड़ दी, लेकिन 1990 के दशक के अंत में अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में संक्षिप्त रूप से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए प्रचार किया।

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