बिहार के सारण जिले के रहने वाले प्रसिद्ध लोक कलाकार रामचंद्र मांझी का निधन हो गया। पद्म श्री अवार्ड हासिल कर चुके रामचंद्र मांझी ‘लौंडा नाच’ के लिए मशहूर थे। फिलहाल वो हार्ट ब्लॉकेज और इंफेक्शन की समस्या से जूझ रहे थे। रामचंद्र मांझी सारण जिले के रहने वाले थे। उनकी निधन से भोजपुरी कलाकारों में शोक की लहर दौड़ गई हैं।
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राम चंद्र मांझी के बारे में
- मांझी भोजपुरी के शेक्सपियर कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर के सहयोगी रहे है। लौंडा नाच से अंतरराष्ट्रीय ख्याति हासिल करने वाले मांझी 30 साल तक नाच मंडली के सदस्य रहे।
- पद्म श्री के साथ-साथ उन्हें लौंडा नाच का भी सम्मान मिला। इसके अलावा संगीत नाटक अकादमी समेत अन्य कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
- उन्होंने बिहार की लोक संस्कृति को एक अलग पहचान दिलाई। 94 साल की उम्र में 2021 में पद्मश्री अवार्ड से नवाजा गया।
बिहार का लौंडा नाच
बिहार का लौंडा नाच लोक नृत्य में से एक माना जाता है। लड़की के वेश में कलाकार नाचते हैं। रामचंद्र माझी के निधन के साथ भोजपुरी लौंडा नाच का सुनहरा अध्याय भी बंद हो गया।



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