दो बार के ओलंपियन शंकर सुब्रमण्यम (Shankar Subramaniam) उर्फ “बाबू (Babu)” नारायण (Nayaran) का निधन हो गया। वह 1956 और 1960 के ओलंपिक (Olympics) के दौरान भारत (India) के गोलकीपर थे। फुटबॉल (football) और बास्केटबॉल (basketball) में महाराष्ट्र (Maharashtra) का प्रतिनिधित्व करने के अलावा, नारायण (Narayan) भारत के सबसे विश्वसनीय गोलकीपरों (goalkeepers) में से एक के रूप में उभरे। राष्ट्रीय टीम (national team) के लिए उनके दशक के लंबे करियर में 1956 के ओलंपिक (Olympics) में भारत (India) का चौथा स्थान हासिल करना और 1964 के एशियाई खेलों (Asian Games) में भारत का प्रतिनिधित्व करना भी शामिल है।
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सुब्रमण्यम (Subramaniam) का जन्म केरल (Kerala) के पालक्काड़ (Palakkad) जिले में हुआ था, माटुंगा स्टूडेंट्स (Matunga Students), माटुंगा जिमखाना (Matunga Gymkhana), कैल्टेक्स और टाटा स्पोर्ट्स क्लब (Caltex and Tata Sports Club) के लिए अपनी उपस्थिति के दौरान नारायण (Narayan) मुंबई (Mumbai) के स्थानीय सर्किट में एक स्टार थे। वह 1964 में महाराष्ट्र के संतोष ट्रॉफी (Maharashtra’s Santosh Trophy) विजेता अभियान का हिस्सा थे।