नागपुर के ओजस देवतले ने चीन में चल रहे 19वें एशियाई खेलों में स्वर्णिम कामयाबी हासिल करते हुए तीरंदाजी के कंपाउंड मिश्रित स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत लिया है। ओजस ने साथी तीरंदाज ज्योति वेन्नम के साथ शानदार प्रदर्शन किया। ओजस और ज्योति ने फाइनल में दक्षिण कोरिया के सो चायवान और जू जायेहून को हराकर स्वर्ण पदक जीता। मुकाबले में भारतीय जोड़ी ने 159 का स्कोर किया, जबकि कोरियाई जोड़ी ने 158 का स्कोर किया।
इस पदक को जीतने के साथ ही भारत ने एशियाई खेलों में एक बड़ा रिकॉर्ड बना दिया है। इससे पहले भारतीय तीरंदाज ज्योति और ओजस ने सेमीफाइनल में कजाखस्तान की आदेल झेशेनबिनोवा और आंद्रे त्युत्युन की जोड़ी को को 159-154 से हराते हुए स्वर्ण पदक मुकाबले में प्रवेश किया था। भारतीय जोड़ी ने क्वार्टर फाइनल में मलेशिया की जोड़ी मोहम्मद जुवैदी बिन माजुकी और फातिन नूरफतेहाह मेट सालेह को मात दी थी।
एशियाई खेलों में ओजस के 3 गोल्ड
ओजस देवताले ने चीन के हांगझू में एशियाई खेलों में पुरुषों की व्यक्तिगत कंपाउंड तीरंदाजी स्पर्धा में अखिल भारतीय फाइनल में अभिषेक वर्मा को हराकर गोल्ड जीता है। मौजूदा विश्व चैंपियन देवताले ने 2014 के रजत पदक विजेता वर्मा के खिलाफ 149-147 के स्कोर के साथ गोल्ड मेडल मैच जीता। देवताले ने पुरुषों और कंपाउंड टीम स्पर्धाओं में पहले ही खिताब जीतकर गोल्ड पदकों की हैट्रिक पूरी कर ली है। भारत ने कंपाउंड तीरंदाजी में सभी पांच गोल्ड जीते।
यह रिकॉर्ड ओजस के नाम दर्ज
एशियन चैंपियनशिप में 150 अंक स्कोर करने का रिकॉर्ड ओजस के नाम दर्ज है। उसकी तकनीक को सुधारने में सातारा के कोच प्रवीण सामंत का प्रशिक्षण अहम रहा। हालांकि शुरुआती दिनों में सत्यजीत येरने और जिशान मोहम्मद ने ओजस को प्रशिक्षण दिया।
फाइनल में तनावपूर्ण क्षण
इस साल की शुरुआत में बर्लिन में विश्व चैम्पियनशिप जीतने वाले महाराष्ट्र के नागपुर के 21 वर्षीय देवतले ने चौथे दौर के दूसरे तीर में फाइनल में अपना एकमात्र स्कोर नौ बनाया। इसके विपरीत, वर्मा को दूसरे राउंड में तीसरे तीर पर नौ का सामना करना पड़ा और फिर तीसरे के दूसरे तीर पर आठ अंक मिले, इस प्रकार वह देवतले से तीन अंक पीछे हो गए।