भारत की सबसे बड़ी एकीकृत ऊर्जा कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड को यूनाइटेड नेशंस ग्लोबल कॉम्पैक्ट नेटवर्क इंडिया (UN GCNI) द्वारा ‘फॉरवर्ड फास्टर सस्टेनेबिलिटी अवार्ड 2025’ से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार जल संरक्षण और सतत जल प्रबंधन में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया।
सम्मान का आयोजन और प्रमुख हस्तियां
यह पुरस्कार 13 फरवरी 2025 को चेन्नई में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया। एनटीपीसी की ओर से यह सम्मान श्री हरेकृष्ण दाश (कार्यकारी निदेशक, स्थिरता, पर्यावरण और राख) और श्री के कार्तिकेयन (सहायक महाप्रबंधक, पर्यावरण और स्थिरता) ने प्राप्त किया।
एनटीपीसी की जल संरक्षण पहलकदमी
- वेस्टवाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स – नवीनतम जल उपचार तकनीकों का उपयोग कर ताजे पानी की खपत को कम किया और पुनर्चक्रण को बढ़ावा दिया।
- 100% जल आत्मनिर्भरता (RGPPL संयंत्र) – रत्नागिरी गैस एवं पावर प्राइवेट लिमिटेड (RGPPL) संयंत्र में संपूर्ण जल आत्मनिर्भरता प्राप्त की।
- सामुदायिक जल संसाधन विकास – स्थानीय जल निकायों का पुनरुद्धार, वर्षा जल संचयन और जल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया।
- जल दक्षता में उद्योग मानक – ऊर्जा क्षेत्र में जल उपयोग दक्षता में नई मिसाल कायम की।
एनटीपीसी की हरित ऊर्जा और भविष्य की योजनाएं
- वर्तमान क्षमता – 77 गीगावॉट से अधिक स्थापित उत्पादन क्षमता।
- भविष्य की परियोजनाएं – 29.5 GW क्षमता निर्माणाधीन, जिसमें 9.6 GW अक्षय ऊर्जा शामिल है।
- 2032 लक्ष्य – 60 GW नवीकरणीय ऊर्जा स्थापित करने का लक्ष्य।
एनटीपीसी की ऊर्जा परिवर्तन पहल
- ई-मोबिलिटी समाधान – इलेक्ट्रिक वाहनों के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा।
- बैटरी स्टोरेज और पंप्ड हाइड्रो स्टोरेज – ऊर्जा भंडारण क्षमता को मजबूत करना।
- वेस्ट-टू-एनर्जी प्रोजेक्ट्स – अपशिष्ट प्रबंधन से सतत ऊर्जा उत्पादन।
- न्यूक्लियर पावर और ग्रीन हाइड्रोजन – कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों का विकास।
यह पुरस्कार एनटीपीसी के पर्यावरण संरक्षण, जल संसाधन प्रबंधन और नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।