विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव के अनुसार, वैश्विक COVID-19 स्थिति के कारण, यह निर्णय लिया गया है कि इस वर्ष गणतंत्र दिवस के आयोजन के लिए मुख्य अतिथि के रूप में विदेशी राज्य प्रमुख या सरकार प्रमुख नहीं होंगे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस बार परेड की सलामी लेंगे. यह पांच दशकों में पहली बार होगा जब भारत के गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि नहीं होगा.
यूनाइटेड किंगडम (UK) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत की अपनी यात्रा रद्द कर दी. 26 जनवरी को भारत के गणतंत्र दिवस परेड में बोरिस जॉनसन मुख्य अतिथि के रूप में जाने वाले थे.
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गणतंत्र दिवस समारोह का इतिहास:
- 2020 में, ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो मुख्य अतिथि थे.
- पिछली बार ऐसी स्थिति 1966 में आई थी जब ताशकंद में प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के निधन के कुछ दिनों के बाद आयोजित कार्यक्रम में कोई मुख्य अतिथि मौजूद नहीं था और एक विमान दुर्घटना में परमाणु वैज्ञानिक होमी भाभा की मृत्यु हो गई थी.
- विदेशी नेताओं ने 1952, 1953 और 1966 को छोड़कर प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस की परेड की शोभा बढ़ाई.
- इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में गणतंत्र दिवस की शोभा बढ़ाने वाले पहले मुख्य अतिथि थे.