केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र के नागपुर में दुनिया के सबसे बड़े और अनोखे दिव्यांग पार्क – अनुभूति समावेशी पार्क की आधारशिला रखी। इस मौके पर उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समावेशी समाज के निर्माण के विजन को ध्यान में रखते हुए पार्क को विकसित किया जा रहा है। सहानुभूति के बजाय यह पार्क हमदर्दी दिखाएगा, इसलिए इस पार्क का नाम अनुभूति दिव्यांग पार्क रखा गया है।
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प्रमुख बिंदु
- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अद्वितीय दिव्यांग पार्क के माध्यम से न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया में समावेश का संदेश पहुंचेगा।
- मंत्री ने कहा कि पार्क में सभी 21 प्रकार की विकलांगताओं के लिए अनुकूलित सुविधाएं होंगी, इसमें एक स्पर्श और गंध उद्यान, हाइड्रोथेरेपी इकाई, जल चिकित्सा, और मानसिक रूप से विकलांग बच्चों और माताओं के लिए स्वतंत्र कक्ष जैसी सुविधाएं होंगी।
- उन्होंने बताया कि नागपुर शहर देश के सबसे तेजी से विकास करने वाले शहरों में से एक है। 2016 में, केंद्र सरकार ने विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों के लिए विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम को पारित किया।
- उन्होंने कहा कि यह कानून विकलांगों को सम्मान के साथ जीने का अधिकार देने के लिए है। इसी के तहत केंद्र सरकार ने पहल करते हुए दक्षिण भारत और मध्य प्रदेश में कुछ दिव्यांग पार्क बनाए हैं, इसी कड़ी में नागपुर के पारडी परिसर में विकलांग बच्चों और आम नागरिकों के लिए यह ‘अनुभूति समावेशी पार्क’ बनाया जा रहा है.
- उन्होंने कहा कि यह दुनिया का पहला समावेशी विकलांग पार्क है और 90 हजार वर्ग फुट क्षेत्र में बन रहे इस पार्क के लिए भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा लगभग 12 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।