नीति आयोग ने एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2023-24 जारी किया और कहा कि वैश्विक प्रतिकूलताओं के बावजूद भारत सतत विकास लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ रहा है। एसडीजी इंडिया इंडेक्स सतत विकास लक्ष्यों पर राष्ट्रीय और उपराष्ट्रीय प्रगति को मापने के लिए देश का प्रमुख उपकरण है। सूचकांक को नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम और अन्य लोगों की उपस्थिति में लॉन्च किया था।
नीति आयोग के एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2023-24 में उत्तराखंड और केरल शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्य बनकर उभरे हैं। जहां सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मापदंडों पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की प्रगति को मूल्यांकन किया गया। वहीं बिहार का सबसे खराब प्रदर्शन रहा। रिपोर्ट में उत्तराखंड ने सतत विकास लक्ष्यों की कसौटी पर खरा उतरते हुए पूरे देश मे पहला स्थान हासिल किया है।
भारत का समग्र सतत विकास लक्ष्य
बता दें कि नीति आयोग के एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2023-24 के अनुसार, भारत का समग्र सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) स्कोर 2023-24 में बढ़कर 71 हो गया। यह स्कोर वर्ष 2020-21 में 66 था। इसे गरीबी उन्मूलन, सभ्य कार्य प्रदान करने, आर्थिक विकास, जलवायु कार्रवाई और भूमि पर जीवन पर महत्वपूर्ण प्रगति का समर्थन प्राप्त है।
बेहतरीन प्रदर्शन वाले राज्य
बेहतरीन प्रदर्शन वाले राज्यों में उत्तराखंड और केरल का स्कोर 79 रहा। दोनों ही राज्य शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्य बनकर उभरे हैं। वहीं दूसरे स्थान पर 78 स्कोर के साथ तमिलनाडु और 77 स्कोर के साथ गोवा तीसरे स्थान पर रहा। वहीं इसके विपरीत बिहार का स्कोर 57, झारखंड का स्कोर 62 और नागालैंड का स्कोर 63 रहा। ये तीनों राज्य इस वर्ष के सूचकांक में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्य थे। वहीं केंद्र शासित प्रदेशों में चंडीगढ़, जम्मू और कश्मीर, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और दिल्ली शीर्ष पांच प्रदर्शन करने वाले राज्य थे।
नीति आयोग के सीईओ ने क्या कहा?
नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि भारत न केवल एसडीजी के तहत अधिकांश लक्ष्यों को प्राप्त करने में ट्रैक पर है और दूसरों से आगे है, उन्होंने कहा कि सरकार को इनमें से कुछ लक्ष्यों को 2030 से पहले हासिल करने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि सूचकांक से पता चलता है कि 16 लक्ष्यों में से, भारत का समग्र स्कोर केवल ‘लक्ष्य 5’ (लैंगिक समानता) पर 50 से नीचे है।