केंद्रीय अमेरिकी देश निकारागुआ ने पेरिस जलवायु समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. उसके ऐसा करने के बाद अब केवल अमेरिका और सीरिया ऐसे दो देश बचे हैं जिन्होंने इस वैश्विक जलवायु संधि को स्वीकार नहीं किया है.
निकारागुआ के राष्ट्रपति डैनियल ओर्टेगा के अनुसार, पेरिस समझौता एकमात्र अंतरराष्ट्रीय तंत्र है जो ग्लोबल वार्मिंग और उसके प्रभावों से उबरने का विकल्प मुहैया कराती है. पहले, निकारागुआ ने इस समझौते पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया था कि ग्लोबल वार्मिंग से निपटने की आवश्यकता नहीं है.
IBPS PO मुख्य परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य –
- 1 जून 2017 को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका को पेरिस समझौते से वापस ले लिया था.
- जून 2017 तक, 195 यूएनएफसीसीसी के सदस्यों ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें से 148 ने इसकी पुष्टि की है.
स्रोत- द गार्जियन