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NHAI ने ‘नॉलेज शेयरिंग’ प्लेटफॉर्म लॉन्च किया

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने नॉलेज और नए आइडिया को साझा करने के लिए एक ‘नॉलेज शेयरिंग’ प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। सड़क निर्माण में अब आम जनता भी सुझाव दे सकती है। एनएचएआई की यह वेबसाइट उन लोगों के लिए महत्‍वपूर्ण है जो सड़क डिजाइन, निर्माण, सड़क सुरक्षा, पर्यावरण स्थिरता और संबंधित क्षेत्रों जैसे विषयों से जुड़े ज्ञान और जानकारी को साझा करना चाहते हैं। यह प्‍लेटफार्म विश्‍वभर से अच्छे आइडिया को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

 

नए आइडिया तथा आधुनिक प्रौद्योगिकी की सहायता से एनएचएआई राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना को तेजी से विकसित कर रहा है। अत्याधुनिक सुरंगों, आधुनिक पुलों, वन्यजीव गलियारों और एक्सप्रेसवे के विकास के साथ, राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना विकास के लिए व्यापक भागीदारी होना महत्वपूर्ण है।

 

क्या है मकसद?

 

अत्याधुनिक सुरंगों, आधुनिक पुलों, वन्यजीव गलियारों और एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ, राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना के विकास में व्यापक भागीदारी होना महत्वपूर्ण है। ‘नॉलेज शेयरिंग’ प्लेटफॉर्म विशेषज्ञों और नागरिकों के बीच जुड़ाव और सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है, जिससे वे राष्ट्र निर्माण प्रक्रिया में अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं और विचारों का योगदान कर सकें।

 

NHAI के बारे में

 

  • भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का गठन भारतीय राष्‍ट्रीय राजमार्ग अधिनियम 1988 के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास, अनुरक्षण और प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए किया गया।
  • भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को अन्य छोटी परियोजनाओं सहित, राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (National Highways Development Project) का कार्य सौंपा गया है जिसमें 50,329 कि.मी. राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास, अनुरक्षण और प्रबंधन शामिल है।
  • राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना (NHDP) भारत में प्रमुख राजमार्गों को उच्च स्तर पर उन्नत, पुनर्व्यवस्थित और चौड़ा करने की एक परियोजना है।
  • यह परियोजना वर्ष 1998 में शुरू की गई थी।
  • NHAI का प्रमुख दृष्टिकोण वैश्विक मानकों के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क की व्यवस्था एवं अनुरक्षण के लिये राष्ट्र की आवश्यकता तथा भारत सरकार द्वारा निर्धारित महत्त्वपूर्ण नीतिगत ढाँचे के अंतर्गत अत्यंत समयबद्व एवं लागत प्रभावी तरीके से प्रयोक्तता की आशाओं को पूरा करना और इस तरह लोगों की आर्थिक समृद्धि एवं उनके जीवन स्तर को समुन्नत करना है।
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vikash

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