दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने प्राकृतिक और आकस्मिक मृत्यु के मामले में मृतक के परिजनों को वित्तीय लाभ देने के लिए भारतीय श्रमिकों (ब्लू-कॉलर) के लिए नया बीमा पैकेज शुरू किया है। दूतावास ने जीवन सुरक्षा योजना के लिए भारतीय ब्लू-कॉलर श्रमिकों की भर्ती करने वाली प्रमुख कंपनियों और बीमा सेवा प्रदाताओं के बीच बैठकें कीं, जो यूएई में श्रमिकों की प्राकृतिक व आकस्मिक मृत्यु को कवर कर सकें।
यह कदम तब उठाया गया जब यह देखा गया कि अधिकांश कंपनियां अपने कर्मचारियों का स्वास्थ्य बीमा व श्रमिक मुआवजा (कार्य-संबंधी चोटें और मृत्यु) के तहत बीमा कर रही हैं। हालांकि, कर्मचारियों की प्राकृतिक मृत्यु के लिए कोई अनिवार्य बीमा कवरेज नहीं है, और इसलिए मृतक के कानूनी उत्तराधिकारियों/आश्रितों को प्राकृतिक मृत्यु के मामलों में कोई मुआवजा नहीं मिलता है। बीमा प्रदाता गर्गश इंश्योरेंस सर्विसेज एलएलसी और ओरिएंट इंश्योरेंस पीजेएससी जीवन सुरक्षा योजना (एलपीपी) जारी करने पर सहमत हुए। एलपीपी 1 मार्च से प्रभावी है।
यूएई में करीब 35 लाख भारतीय
यूएई में करीब 35 लाख भारतीय रहते हैं, जिनमें से 65% ब्लू-कॉलर श्रमिक हैं। यह यूएई में प्रवासी श्रमिकों के सबसे बड़े समूहों में से एक हैं। पिछले वर्ष, करीब 1,000 मौतें दर्ज की गईं। यह देखा गया है कि 90 प्रतिशत से अधिक मामलों में मौत का कारण प्राकृतिक है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण बातें
- संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी: अबू धाबी;
- यूएई मुद्रा: संयुक्त अरब अमीरात दिरहम;
- संयुक्त अरब अमीरात के प्रधान मंत्री: मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम