ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना वायरस ने दस्तक दे ही है। वहां ईजी.5.1 नाम का कोविड-19 का एक नया वेरिएंट फैल रहा है। इसे एरिस (Eris) नाम दिया गया है। कोरोना के नए वेरएंट एरिस ने स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंता में डाल दिया है। खराब मौसम और गर्मी में इम्युनिटी कमजोर हो जाने की वजह से अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ी है। EEG.5.1 वेरिएंट को ओमिक्रॉन के परिवार का ही माना जा रहा है। इसे पिछले महीने यूनाइटेड किंगडम में 31 जुलाई को डिटेक्ट किया गया था और तब से हर दिन इसके नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
यूके की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) के अनुसार, देश में कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़ रही है। स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि रेस्पिरेटरी डेटामार्ट सिस्टम के माध्यम से रिपोर्ट किए गए 4,396 श्वसन सैंपल्स में से 5.4% में कोविड-19 के इस नए वैरिएंट की पहचान की गई है। यूकेएचएसए ने बताया कि फिलहाल कोविड-19 के कारण अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने की दर प्रति 100,000 जनसंख्या पर 1.97 फीसदी है। देश में हर सात में से एक संक्रमित नए एरिस वैरिएंट का शिकार पाया जा रहा है।
एरिस के लक्षण क्या हैं?
एरिस ओमिक्रॉन का ही एक स्ट्रेन है। ज़ोई हेल्थ स्टडी के मुताबिक, ओमिक्रॉन के 5 सबसे आम लक्षणों में शामिल हैं:
- नाक का बहना
- सिर दर्द
- कमजोरी ( हल्की या भयानक)
- छींके आना
- गले में खराश
क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ?
कोविड विशेषज्ञ ने कहा कि ज्यादातर लोगों को अपना आखिरी टीका लगने के बाद अब 18 महीने से अधिक हो गए हैं और अधिकांश लोगों को अपने आखिरी संक्रमण हुए भी कई महीने हो चुके हैं, इस प्रकार, हम सितंबर में लहर को तेजी से बढ़ते हुए देख सकते हैं।
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