भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली की दक्षता बढ़ाने और ग्राहक की सुविधा में वृद्धि करने के प्रयास में राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर (एनईएफटी) के लिए मंजूरी के समय को कम करने का निर्णय लिया है.
भुगतान और निपटान प्रणालियों के लिए विज़न -2018 पर दस्तावेज़ के अनुरूप, आरबीआई ने 2017-18 के लिए पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति में कहा कि एनईएफटी निपटान चक्र प्रति एक घंटा बैचों से आधे घंटे बैचों तक कम हो जाएगा.
नव नियुक्त उप राज्यपाल बी पी कानूनगो ने बताया कि सुबह 8.30 बजे से 11 अतिरिक्त निपटान बैचों की शुरुआत की जाएगी, जिससे दिन के दौरान के दौरान आधे घंटों के निपटान वाले बैचों की कुल संख्या 23 हो जाएगी.
भारतीय रिजर्व बैंक ने यह भी बताया कि सुबह 8 बजे का शुरूआती बैच एवं शाम 7 बजे का समापन बैच और रिटर्न अनुशासन मौजूदा अभ्यास के अनुसार ही रहेगा.
उपरोक्त समाचार से परीक्षा उपयोगी तथ्य:
- RBI ने NEFT के लिए क्लीयरेंस टाइम में कटौती की है.
- राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर (NEFT) एक राष्ट्रव्यापी भुगतान प्रणाली है जो व्यक्ति-से-व्यक्ति तक (one-to-one) फंड ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करती है.
- NEFT के अंतर्गत, लेनदेन बैचों में संसाधित और व्यवस्थित होते हैं, इसलिए यह वास्तविक समय में नहीं होता है.
स्रोत – दि इकॉनोमिक टाइम्स