भारतीय मूल के शोधकर्ता नीरज शर्मा को ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा ‘अर्ली करियर रिसर्चर ऑफ द ईयर अवार्ड‘ दिया गया । यह पुरस्कार
अगली पीढ़ी के बैटरी सिस्टम जैसे कि सोडियम-आयन बैटरी विकसित करने के लिए दिया
जाता है जो न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव छोड़ते हैं। वह दक्षिण वेल्स विश्वविद्यालय
(UNSW) के रसायन विज्ञान के स्कूल में प्रोफेसर हैं।
अगली पीढ़ी के बैटरी सिस्टम जैसे कि सोडियम-आयन बैटरी विकसित करने के लिए दिया
जाता है जो न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव छोड़ते हैं। वह दक्षिण वेल्स विश्वविद्यालय
(UNSW) के रसायन विज्ञान के स्कूल में प्रोफेसर हैं।
न्यूट्रॉन और एक्स-रे प्रकीर्णन विधियों के उपयोग में वैश्विक लीडरो
में से एक माने जाने वाले नीरज शर्मा , सेफ-सॉलिड-स्टेट बैटरी, ऊर्जा-सघन लिथियम-सल्फर बैटरी, ड्यूल फ़ंक्शन सौर बैटरी और
रीसाइक्लिंग के लिए तरीकों की खोज कर रहे हैं।
में से एक माने जाने वाले नीरज शर्मा , सेफ-सॉलिड-स्टेट बैटरी, ऊर्जा-सघन लिथियम-सल्फर बैटरी, ड्यूल फ़ंक्शन सौर बैटरी और
रीसाइक्लिंग के लिए तरीकों की खोज कर रहे हैं।
स्रोत: द बिजनेस स्टैंडर्ड