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राष्ट्रीय युवा दिवस 2024: इतिहास और महत्व

राष्ट्रीय युवा दिवस 2024: इतिहास और महत्व |_3.1

हर वर्ष 12 जनवरी को देश में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। इस दिन को स्वामी विवेकानंद की जयंती के रूप में मनाते हैं। इसके साथ ही स्वामी विवेकानंद के जीवन और शिक्षाओं को युवाओं के बीच पहुंचाने का भी काम किया जाता है, जिससे उनके अंदर देशभक्ति की भावना को जगाया जा सके। 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। भारत में इस दिन को मनाने की शुरुआत साल 1985 से शुरू हुई थी। तब से हर साल इस दिन को सेलिब्रेट किया जा रहा है।

 

National Youth Day क्या है थीम

राष्ट्रीय युवा दिवस की इस बार थीम इट्स ऑल इन द माइंड, जिसका हिंदी में अर्थ है सब कुछ आपके दिमाग में है। विवेकानन्द की शिक्षा का मूल उद्देश्य युवाओं में नैतिक मूल्यों, शिक्षा और चरित्र विकास को बढ़ावा देने पर था।

 

राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का उद्देश्य

किसी भी देश का भविष्य वहां के युवाओं पर निर्भर करता है और भारत में युवाओं की आबादी ज्यादा है। देश के युवाओं को सही मार्ग दर्शन कराने के मकसद से ये दिन मनाया जाता है और विवेकानंद जी के जन्मदिन पर इस दिन को मनाने का मकसद ही है उनके विचारों से युवाओं को प्रेरित करना।

 

National Youth Day क्या है इतिहास

भारत सरकार ने 1984 में स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर राष्ट्रीय युवा दिवस मनाए जाने की घोषणा की। इसके अगले साल यानी कि 1985 से देश भर में हर वर्ष 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की शुरुआत हुई। इसका उद्देश्य स्वामी विवेकानंद के विचारों और आदर्शों को हर युवा तक पहुंचाना है। स्वामी विवेकानंद की कही बातों का युवाओं पर गहरा प्रभाव देखने को मिलता है। भारत ही पश्चिमी दुनिया पर भी स्वामी विवेकानन्द ने हिंदू धर्म के पुनरुद्धार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

 

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