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राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस 2023: महत्व और इतिहास

राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस 2023: महत्व और इतिहास |_3.1

16 जनवरी, स्टार्टअप इंडिया का स्थापना दिवस राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह आयोजन 2022 से मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल स्टार्टअप्स को नए भारत की रीढ़ बताते हुए इसकी घोषणा की थी। केंद्र सरकार ने आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में देश भर में राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस मनाने के लिए इस वर्ष कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है।

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मुख्य बिंदु

 

  • वर्ष 2022 में भारत ने पहला ‘राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस’ मनाया गया।
  • इस दिवस के आयोजन के लिए अभी तक कोई निर्दिष्ट विषय का चुनाव नहीं किया गया है।
  • इस वर्ष, आज़ादी का अमृत महोत्सव समारोह के भाग के रूप में, स्टार्टअप समुदाय को शामिल करके उद्यमिता और नवाचार की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से देश में 75 से अधिक स्थानों पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।
  • इनमें महिला उद्यमियों के लिए समर्पित वर्कशॉप, इन्क्यूबेटरों का प्रशिक्षण, और मेंटरशिप वर्कशॉप से लेकर स्टेकहोल्डर राउंड टेबल, क्षमता निर्माण वर्कशॉप, स्टार्टअप पिचिंग सेशन आदि शामिल हैं।
  • उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) और वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने 10 से 16 जनवरी के मध्य ‘स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक’ का आयोजन किया है।

 

राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस: इतिहास

 

15 जनवरी 2022 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस को अपनाने की घोषणा की। उसी वर्ष भारत ने पहला राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस मनाया। नवोदित उद्यमियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत के दौरान, पीएम मोदी ने पिछले कुछ वर्षों में स्टार्टअप्स के विकास की प्रशंसा की।

भारत में स्टार्टअप की उपलब्धियों की सराहना करने के लिए राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस मनाया जाता है। भारत के युवाओं के लिए नवाचार और अर्थव्यवस्था में उनके योगदान पर चर्चा करने के लिए स्टार्टअप उद्यमियों को एक मंच प्रदान करने के लिए भी यह दिन मनाया जाता है।

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