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राष्ट्रीय डाक दिवस 2025: इतिहास, महत्व और प्रासंगिकता

भारत में हर साल 10 अक्टूबर को राष्ट्रीय डाक दिवस मनाया जाता है, ताकि भारतीय डाक विभाग (India Post) के संचार, सार्वजनिक सेवा वितरण और ग्रामीण सशक्तिकरण में उल्लेखनीय योगदान को सम्मानित किया जा सके। यह दिन भारत के विविध क्षेत्रों — शहरी केंद्रों से लेकर दूरदराज के गाँवों तक — को जोड़ने और पारंपरिक डाक नेटवर्क से डिजिटल, वित्तीय और लॉजिस्टिक्स शक्ति में बदलने में India Post की 150 वर्षों से अधिक सेवा को याद करता है।

यह उत्सव राष्ट्रीय डाक सप्ताह (9–15 अक्टूबर) का हिस्सा है, जो ई-कॉमर्स, डिजिटल वित्त और समावेशी शासन के युग में डाक विभाग की प्रासंगिकता को दर्शाता है। UPSC उम्मीदवारों के लिए India Post का विकास भारत के प्रशासनिक इतिहास, सामाजिक-आर्थिक विकास और डिजिटल शासन परिवर्तन की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है।

राष्ट्रीय डाक दिवस 2025 का अवलोकन

विवरण जानकारी
दिन राष्ट्रीय डाक दिवस
तिथि (2025) 10 अक्टूबर 2025 (शुक्रवार)
हिस्सा राष्ट्रीय डाक सप्ताह (9–15 अक्टूबर 2025)
उद्देश्य भारत डाक की विरासत और राष्ट्रीय संचार, लॉजिस्टिक्स और वित्तीय समावेशन में बदलते भूमिका का उत्सव मनाना
स्थापना 1982, भारत सरकार द्वारा घोषित
मंत्रालय संचार मंत्रालय, भारत सरकार

महत्व:
राष्ट्रीय डाक दिवस केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं है; यह India Post के परिवर्तन की याद दिलाता है — हाथ से लिखे पत्रों के दिनों से लेकर आधुनिक बैंकिंग, ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स और India Post Payments Bank (IPPB) के माध्यम से डिजिटल भुगतान तक।

राष्ट्रीय डाक का इतिहास

अवधि/साल घटना/विकास
पूर्व-औपनिवेशिक काल रॉयल और प्रशासनिक संदेशों के लिए दौड़ने वाले और घुड़सवार (संदेशवाहक)
1774 वॉरेन हेस्टिंग्स ने भारत में पहला संगठित डाक प्रणाली स्थापित की
1854 लॉर्ड दलहौजी ने आधुनिक डाक सेवा की स्थापना की और ऑल-इंडिया पोस्टल एक्ट लागू किया
1876 भारत Universal Postal Union (UPU) का सदस्य बना
1972 मेल छंटाई और वितरण को सुव्यवस्थित करने के लिए छह-अंकों की पोस्टल इंडेक्स नंबर (PIN) प्रणाली लागू
1982 भारत सरकार ने 10 अक्टूबर को राष्ट्रीय डाक दिवस घोषित किया
1986 स्पीड पोस्ट की शुरुआत, राष्ट्रीय स्तर पर एक्सप्रेस डिलीवरी
2012 IT मॉडर्नाइजेशन प्रोजेक्ट लागू, डाक संचालन को डिजिटल किया गया
2018 India Post Payments Bank (IPPB) की शुरुआत, ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में बैंकिंग और डिजिटल भुगतान सेवा प्रदान करने के लिए
2025 (बजट प्रस्ताव) India Post को “राष्ट्रीय सार्वजनिक लॉजिस्टिक्स संगठन” और “ग्रामीण अर्थव्यवस्था उत्प्रेरक” में परिवर्तित करने का प्रस्ताव, जिसमें क्रेडिट, बीमा और ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स शामिल

आधुनिक भारत में डाक विभाग की भूमिका

आज, India Post दुनिया के सबसे बड़े डाक नेटवर्क में से एक है, जिसमें 1.5 लाख से अधिक डाकघर हैं, जिनमें 90% ग्रामीण भारत में स्थित हैं।

मुख्य उद्देश्य:

  • वित्तीय समावेशन: IPPB के माध्यम से बैंकिंग, बीमा और रेमिटेंस सेवाएं प्रदान करना।

  • सरकारी सेवा वितरण: MGNREGS, DBT ट्रांसफर, पेंशन वितरण आदि जैसी कल्याण योजनाओं के लिए आउटरीच।

  • ई-गवर्नेंस एवं डिजिटल पहुँच: आधार नामांकन, अद्यतन और लघु बचत योजनाओं का समर्थन।

  • ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स: ऑनलाइन रिटेल की अंतिम-मील डिलीवरी में महत्वपूर्ण भूमिका, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।

  • हरित और सतत संचालन: इलेक्ट्रिक डिलीवरी वाहन और पर्यावरण-अनुकूल लॉजिस्टिक्स समाधान का विस्तार।

  • Dak Ghar Niryat Kendra: ग्रामीण उद्यमियों और MSMEs के लिए निर्यात सुविधा प्रदान करना।

राष्ट्रीय डाक सप्ताह 2025

राष्ट्रीय डाक सप्ताह (9–15 अक्टूबर 2025) भारत डाक की विभिन्न सेवाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाता है। प्रत्येक दिन का एक अलग विषय होता है जैसे फिलैटली दिवस, बैंकिंग दिवस, व्यवसाय विकास दिवस, मेल दिवस और अंत्योदय दिवस।

  • 2025 का थीम: “#PostForPeople: Local Service, Global Reach”

  • उद्देश्य: अंतरराष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स और ग्रामीण डिजिटल सशक्तिकरण में India Post की बढ़ती भूमिका को उजागर करना।

प्रमुख जानकारी

विवरण जानकारी
दिवस राष्ट्रीय डाक दिवस 2025
तिथि 10 अक्टूबर 2025
हिस्सा राष्ट्रीय डाक सप्ताह (9–15 अक्टूबर 2025)
स्थापना 1982
संस्थापक भारत सरकार
महत्वपूर्ण मील का पत्थर 1854 में लॉर्ड दलहौजी द्वारा आधुनिक डाक प्रणाली की स्थापना

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