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राष्ट्रीय समुद्री दिवस 2024: इतिहास और महत्व

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राष्ट्रीय समुद्री दिवस भारत में हर साल 5 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिवस भारत के समुद्री इतिहास और विरासत को याद करने और भारतीय समुद्री क्षेत्र के महत्व को उजागर करने के लिए मनाया जाता है। राष्ट्रीय समुद्री दिवस भारत के लिए एक महत्वपूर्ण दिवस है।

 

राष्ट्रीय समुद्री दिवस 2024 की थीम

राष्ट्रीय समुद्री दिवस 2024 की थीम ‘भविष्य को नेविगेट करनाः सुरक्षा पहले’ है।

 

राष्ट्रीय समुद्री दिवस का महत्व

भारत का एक लंबा और समृद्ध समुद्री इतिहास रहा है। समुद्री क्षेत्र लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करता है। समुद्री शिपिंग दुनिया भर में वस्तुओं को ले जाने का सबसे कुशल और सुरक्षित तरीका है। आर्थिक दृष्टि से देखें तो समुद्री क्षेत्र भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वहीं समुद्री क्षेत्र भारत की सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह दिन हमारे समुद्री क्षेत्र की रक्षा, सुरक्षा और बचाव की आवश्यकता के लिए मनाया जाता है। इस दिन समुद्री क्षेत्र से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं। समुद्री क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लोगों को पुरस्कृत किया जाता है।

 

राष्ट्रीय समुद्री दिवस का इतिहास

5 अप्रैल 1964 को पहला राष्ट्रीय समुद्री दिवस मनाया गया गया था। भारतीय समुद्री क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले वीरों के लिए राष्ट्रीय समुद्री दिवस पर एक पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जाता है। इस पुरस्कार को वरुण पुरस्कार के नाम से भी जाना जाता है। इसमें भगवान वरुण की एक प्रतिमा और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।

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