पूरे देश ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को उनकी 88वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी और देश के लिए उनके योगदान को याद किया। भारत के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम को देश की मिसाइल परियोजनाओं के विकास में उनके योगदान के लिए ‘मिसाइल मैन ऑफ इंडिया’ के रूप में जाना जाता है और उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। डॉ. कलाम ने भारतीय रक्षा में असंख्य योगदान दिए हैं। डॉ. कलाम की प्रतिबद्धता, देशभक्ति और भारत को एक मज़बूत राष्ट्र बनाने की दृष्टि लोगों को प्रेरित करती रहेगी।
अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम को देश की मिसाइल परियोजनाओं के विकास में उनके योगदान के लिए ‘मिसाइल मैन ऑफ इंडिया’ के रूप में जाना जाता है और उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। डॉ. कलाम ने भारतीय रक्षा में असंख्य योगदान दिए हैं। डॉ. कलाम की प्रतिबद्धता, देशभक्ति और भारत को एक मज़बूत राष्ट्र बनाने की दृष्टि लोगों को प्रेरित करती रहेगी।
2002 में, डॉ. कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति बने थे और अपने मित्रतापूर्ण स्वभाव के कारण वह सभी के लिए प्रसिद्ध ‘पीपुल्स प्रेसिडेंट’ बन गये थे। पूर्व राष्ट्रपति का 27 जुलाई 2015 को शिलांग के भारतीय प्रबंधन संस्थान में लेक्चर देते हुए दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।
स्रोत: द बिजनेस स्टैंडर्ड