1 दिसंबर यानी आज नागालैंड के लोग राज्य स्थापना दिवस का जश्न मना रहे हैं। ऐसे में इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पोस्ट कर नागालैंड के लोगों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं हैं। उन्होंने लिखा कि ‘राज्य के आकर्षक इतिहास रंग-बिरंगे त्योहारों और सौहार्दपूर्ण लोगों की बहुत प्रशंसा होती है। यह दिन नागालैंड की विकास और सफलता की यात्रा को सुदृढ़ करे’।
नागालैंड राज्य बनने का इतिहास
साल 1961 में, नागालैंड ट्रांजिशनल प्रोविजन रेगुलेशन नाम से एक कानून इस क्षेत्र में लागू किया गया था। इस कानून के मुताबिक, 45 लोगों का एक समूह अपने-अपने तरीकों और परंपराओं का पालन करने वाली जनजातियों द्वारा चुनाव कर प्रशासन करते थे। साल 1962 में संसद द्वारा नागालैंड राज्य अधिनियम पारित करने के बाद नागालैंड राज्य अपने अस्तित्व में आया। नागालैंड में अस्थायी सरकार 30 नवंबर,1963 को भंग कर दी गई,1 दिसंबर,1963 को आधिकारिक तौर पर नागालैंड का एक राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ और कोहिमा को इस राज्य की राजधानी घोषित कर दिया गया।
नागालैंड की सीमा
नागालैंड की सीमा पूर्व में म्यांमार, उत्तर में अरुणाचल प्रदेश,पश्चिम में असम और दक्षिण में मणिपुर से लगती है। नागालैंड में कुल 16 प्रशासनिक जिले हैं, जिनमें अन्य उप-जनजातियों के साथ 17 प्रमुख जनजातियाँ निवास करती हैं। प्रत्येक जनजाति रीति-रिवाजों, भाषा और पोशाक के मामले में एक दूसरे से काफी भिन्नता है।
यह राज्य 16,579 वर्ग किमी में फैला हुआ है, अंग्रेजी राजभाषा के साथ चीन- तिब्बती यहां की प्रमुख भाषाएं हैं। वहीं 79.55 प्रतिशत के साथ अच्छी साक्षरता दर है, नागालैंड की अधिकांश आबादी लगभग 60% 15-59 वर्ष के कामकाजी आयु वर्ग में शामिल है। नागालैंड की जनसंख्या की बात करें तो यहां की कुल आबादी 23 लाख है ।
नागालैंड की शिक्षा व्यवस्था
नागालैंड में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय तीन निजी विश्वविद्यालय, दस इंजीनियरिंग कॉलेज (एआईसीटीई अनुमोदित) वहीं आठ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, नौ पॉलिटेक्निक संस्थान पचास कला महाविद्यालय,दस विज्ञान महाविद्यालय, पंद्रह कॉमर्स कॉलेज राज्य में मौजूद है।
नागालैंड की प्रमुख जनजातियां
नागालैंड के जनजातियों में काफी विभिन्नताएं पाई जाती हैं : अंगामी, एओ, चाखेसांग, चांग, दिमासा कचारी, खियामनियुंगन, कोन्याक, कुकी, लोथा, फोम, पोचुरी, रेंगमा, संगतम, सुमी, तिखिर, यिमखिउंग, जेलियांग आदि जनजातियां प्रमुख हैं।
नागालैंड की प्रमुख फसलें
नागा मिर्च, जो दुनिया की सबसे तीखे मिर्चों में से एक है, नागालैंड मुख्यत: कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था वाला राज्य है। इसकी 71% आबादी कृषि पर निर्भर है। राज्य में उगाई जाने वाले प्रमुख बागवानी फसलों में केला,खट्टे फल, अनानास और आलू शामिल हैं। राज्य में उगाई जाने वाली अन्य नकदी फसलों में रतन और बांस शामिल हैं। नागालैंड को चार कृषि-जलवायु क्षेत्रों में वर्गीकृत किया गया है, यहां की वार्षिक वर्षा औसतन लगभग 1,800 और 2,500 मिमी के बीच रहती है। प्राकृतिक संसाधनों में औषधीय पौधे और लकड़ी जैसे वन संसाधन राज्य की अर्थव्यवस्था में सबसे अधिक योगदान देते हैं। इसमें औषधीय और सुगंधित पौधों की 650 स्वदेशी प्रजातियाँ भी शामिल हैं।
नागालैंड में व्यवसाय
नागालैंड में व्यवसाय के अवसर काफी हैं राज्य 1,550 किमी लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क नेटवर्क और दीमापुर में एक हवाई अड्डा और राष्ट्रीय राजमार्ग 19 के माध्यम से शेष भारत से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, जो दीमापुर से कोहिमा होते हुए मणिपुर राज्य से गुजरता है। एनएच 39 जल्द ही भारत सरकार की लुक ईस्ट पॉलिसी के तहत एक अंतर्राष्ट्रीय मार्ग बनने वाला है।
नागालैंड के प्रमुख महोत्सव एवं रीति-रिवाज
राज्य की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए हर साल नागालैंड का हॉर्नबिल महोत्सव मनाया जाता है,जो घरेलू और विदेशी पर्यटकों खासा आकर्षित करता है,जिससे नागालैंड में विभिन्न उद्योगों को फलने-फूलने के पर्याप्त अवसर मिलते हैं। यह आयोजन दिसंबर के पहले सप्ताह में होता है, जिसमें पारंपरिक नागा मोरुंग प्रदर्शनी, राज्य के व्यंजन, हर्बल दवाएं, फूल शो, गाने और नृत्य का प्रदर्शन किया जाता है, आम तौर पर यह 10 दिनों तक चलने वाला त्यौहार है।
राज्य में प्राकृतिक संंसाधन
राज्य में प्राकृतिक खनिज, पेट्रोलियम और जलविद्युत के पर्याप्त संसाधन हैं। इसमें लगभग 600 मिलियन मीट्रिक टन (एमटी) कच्चे तेल और 20 मीट्रिक टन से अधिक हाइड्रोकार्बन इसके अलावा, राज्य में 315 मीट्रिक टन कोयला भंडार और 1,038 मीट्रिक टन चूना पत्थर भंडार उपलब्ध है।
नागालैंड में कृषि-जलवायु परिस्थितियाँ फूलों की खेती और बागवानी के लिए कई व्यावसायिक अवसर प्रदान करती हैं। राज्य में औषधीय और सुगंधित पौधों की 650 स्वदेशी प्रजातियाँ हैं। नागालैंड में बांस बड़े पैमाने पर पाया जाता है, बांस का बढ़ता स्टॉक देश के कुल भंडार का लगभग 5% है। 2019 तक, नागालैंड में बांस की 46 प्रजातियाँ थीं। राज्य में कच्चे रेशम का उत्पादन 2020-21 में 264 मीट्रिक टन, 2021-22 में 273 मीट्रिक टन और 2022-23 में 304 मीट्रिक टन रहा।
परीक्षा से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
Q1. नागालैंड के लिए 1 दिसंबर 2023 का क्या महत्व है?
उत्तर- यह नागालैंड के 61वें राज्यत्व दिवस समारोह का प्रतीक है।
Q2. राज्य दिवस के संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो किन प्रमुख पहलों का अनावरण करेंगे?
उत्तर- नागालैंड स्कूल सुरक्षा नीति डिजिटल प्रशिक्षण मंच और नागालैंड आपदा जोखिम न्यूनीकरण रोड मैप का शुभारंभ।
Q3. “नागालैंड एट 60” फोटो प्रदर्शनी का फोकस क्या है?
उत्तर-पिछले छह दशकों में नागालैंड के समृद्ध इतिहास, संस्कृति, विविधता और प्रगति का प्रदर्शन।