नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD), के अध्यक्ष डॉ जीआर चिंताला (Dr GR Chintala) ने लेह में “माई पैड माई राइट प्रोग्राम (My Pad My Right programme)” लॉन्च किया है। नाबार्ड के नैब फाउंडेशन द्वारा साढ़े सात लाख रुपये की मशीनरी और सामग्री के साथ शुरू किया गया कार्यक्रम है । डॉ जीआर चिंताला ने विभिन्न आयु वर्ग की महिलाओं की मांगों के अनुरूप सैनिटरी पैड बनाने के लिए मशीनरी को अपग्रेड करने के लिए एक लाख और स्वीकृत करने की घोषणा की।
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महत्वपूर्ण बिंदु:
- मासिक धर्म स्वच्छता के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए यह प्रयास जारी है।
- इससे महिलाओं को देश के आर्थिक विकास में भाग लेने में मदद मिलेगी। इस अनूठी परियोजना के तहत स्वयं सहायता समूहों के नेटवर्क के माध्यम से पुरस्कृत सैनिटरी पैड बनाने की मशीनें लगाई जाएंगी।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे :
- नाबार्ड गठन: 12 जुलाई, 1982;
- नाबार्ड मुख्यालय: मुंबई;
- नाबार्ड अध्यक्ष: गोविंदा राजुलु चिंताला।
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