अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के नेतृत्व में “एडवाइजरी काउंसिल ऑन एंटरप्रेन्योरशिप एंड ग्रोथ” (उद्यमिता और विकास पर सलाहकार परिषद) का गठन किया गया है। इस परिषद का उद्देश्य नवाचार, उद्यमिता और दीर्घकालिक आर्थिक विकास को समर्थन देने के लिए व्यापक आर्थिक और वित्तीय नीतियों पर विशेषज्ञ परामर्श प्रदान करना है।
टाटा संस के अध्यक्ष और भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के बोर्ड सदस्य एन चंद्रशेखरन को इस वैश्विक सलाहकार परिषद का सदस्य नियुक्त किया गया है। उनका चयन वैश्विक व्यापार रणनीति और आर्थिक नीति निर्माण में उनकी विशेषज्ञता को दर्शाता है। चंद्रशेखरन के नेतृत्व में, टाटा समूह ने डिजिटल परिवर्तन, नवाचार और सतत विकास को प्राथमिकता दी है, जो उनकी आर्थिक नीतियों की समझ को और मजबूत करता है।
IMF की इस परिषद के गठन का उद्देश्य
वैश्विक आर्थिक वृद्धि की मध्यम अवधि की संभावनाएँ दशकों में सबसे निचले स्तर पर हैं, और IMF के अनुसार, इसका मुख्य कारण उत्पादकता वृद्धि में गिरावट है। इस चुनौती से निपटने के लिए, IMF ने व्यापार, वित्त, शिक्षा और नीति निर्माण के विशेषज्ञों को इस परिषद में शामिल किया है ताकि नवाचार, उद्यमिता और उत्पादकता को बढ़ावा देने वाली प्रभावी नीतियों पर विचार-विमर्श किया जा सके।
परिषद की भूमिका और कार्यप्रणाली
यह सलाहकार परिषद हर तीन महीने में बैठक करेगी और “Chatham House Rules” के तहत संरचित चर्चा आयोजित करेगी, जिससे विचारों का स्वतंत्र और गोपनीय आदान-प्रदान संभव होगा। इस परिषद द्वारा दिए गए सुझाव IMF की नीति अनुसंधान को दिशा देंगे और वैश्विक अर्थव्यवस्था को अधिक उत्पादकता और वित्तीय स्थिरता की ओर ले जाने में मदद करेंगे।
परिषद की प्रमुख जिम्मेदारियाँ:
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उद्यमिता को बढ़ावा देने वाली व्यापक आर्थिक नीतियों पर विशेषज्ञ परामर्श देना।
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वित्तीय स्थिरता और दीर्घकालिक आर्थिक विकास के लिए रणनीतियाँ विकसित करना।
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वैश्विक वित्तीय नेताओं के साथ सहयोग कर व्यवसायों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करना।
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नवाचार, उत्पादकता और निजी क्षेत्र के विकास को समर्थन देने वाली नीतियों पर सुझाव देना।
वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए परिषद का महत्व
IMF की यह पहल वैश्विक आर्थिक चुनौतियों का समाधान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नवाचार और उत्पादकता पर ध्यान केंद्रित कर, IMF विश्व स्तर पर व्यापार और अर्थव्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए प्रभावी वित्तीय नीतियों का निर्माण कर रहा है। एन चंद्रशेखरन जैसे प्रमुख उद्योग विशेषज्ञों को शामिल कर, IMF यह सुनिश्चित कर रहा है कि उसकी नीतियाँ व्यावहारिक व्यावसायिक और वित्तीय गतिशीलता के अनुरूप हों।
पहलू | विवरण |
क्यों चर्चा में? | टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन को IMF प्रबंध निदेशक की उद्यमिता और विकास पर सलाहकार परिषद में नियुक्त किया गया है। |
परिषद का उद्देश्य | व्यापक आर्थिक और वित्तीय नीतियों को सुदृढ़ करना जो उद्यमिता, नवाचार और आर्थिक विकास को समर्थन दें। |
चंद्रशेखरन की भूमिका | परिषद के सदस्य के रूप में, वे व्यावसायिक नेतृत्व और आर्थिक नीति पर अपने अनुभव के आधार पर महत्वपूर्ण सुझाव देंगे। |
परिषद की बैठक की आवृत्ति | परिषद हर तीन महीने में “Chatham House Rules” के तहत बैठक करेगी और आर्थिक रणनीतियों पर चर्चा करेगी। |
IMF की चिंता | वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर दशकों में अपने न्यूनतम स्तर पर है, जिसका मुख्य कारण उत्पादकता में गिरावट है। |
नियुक्ति का महत्व | यह भारत की वैश्विक आर्थिक नीति-निर्माण में उपस्थिति को मजबूत करता है और टाटा समूह की वैश्विक प्रभावशीलता को बढ़ाता है। |
अपेक्षित परिणाम | परिषद की चर्चाएँ IMF नीतियों को दिशा देंगी ताकि उच्च उत्पादकता वृद्धि और वित्तीय स्थिरता को बढ़ावा मिल सके। |