मॉर्गन स्टेनली, एक प्रमुख वैश्विक वित्तीय सेवा फर्म, ने मजबूत घरेलू मांग परिदृश्य और सुधरते व्यापक आर्थिक स्थिरता का हवाला देते हुए भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर के पूर्वानुमान को वित्त वर्ष 26 के लिए 6.2% और वित्त वर्ष 27 के लिए 6.5% तक मामूली रूप से उन्नत किया है। वृद्धि दर में यह वृद्धि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत के आंतरिक विकास इंजनों में विश्वास को दर्शाती है।
क्यों चर्चा में है?
मॉर्गन स्टैनली ने भारत की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान FY26 के लिए 6.2% और FY27 के लिए 6.5% कर दिया है। यह अनुमान 21 मई 2025 को जारी उसकी नवीनतम आर्थिक रिपोर्ट में दिया गया है। यह संशोधन भारत की आंतरिक विकास संभावनाओं और मजबूत आर्थिक स्थिरता में बढ़ते वैश्विक निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है।
मुख्य बिंदु:
वित्तीय वर्ष | पहले का अनुमान | संशोधित अनुमान |
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FY26 | 6.1% | 6.2% |
FY27 | 6.3% | 6.5% |
संशोधन के प्रमुख कारण:
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अमेरिका-चीन व्यापार तनाव में कमी और बाहरी मांग में सुधार
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घरेलू मांग बनी मुख्य प्रेरक शक्ति
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शहरी खपत में सुधार
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ग्रामीण मांग बनी मजबूत
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नीतिगत समर्थन जारी
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विशेषकर पूंजीगत व्यय केंद्रित राजकोषीय नीति के माध्यम से
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मुद्रास्फीति स्थिर होने से RBI द्वारा मौद्रिक नीति में ढील की संभावना
विस्तृत कारण:
1. खपत में सुधार
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अब अधिक व्यापक और संतुलित हो रही है
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शहरी क्षेत्रों में खपत तेजी से बढ़ रही है
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ग्रामीण मांग लगातार बनी हुई है
2. निवेश परिदृश्य
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सरकारी और घरेलू पूंजीगत व्यय आगे बढ़ रहे हैं
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निजी कॉरपोरेट निवेश में धीरे-धीरे सुधार की उम्मीद
3. नीतिगत परिप्रेक्ष्य
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RBI द्वारा दरों में कटौती की संभावना
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राजकोषीय घाटा घटाने के साथ-साथ पूंजीगत व्यय पर जोर
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समग्र मैक्रोइकॉनॉमिक स्थिरता “संतोषजनक स्थिति” में बनी हुई है
पृष्ठभूमि:
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मॉर्गन स्टैनली एक प्रमुख वैश्विक वित्तीय सेवा संस्था है, जिसे आर्थिक पूर्वानुमान में विश्वसनीय माना जाता है
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इससे पहले भारत के लिए FY26 और FY27 में क्रमशः 6.1% और 6.3% का अनुमान था
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भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने FY26 के लिए पहले ही 6.5% का अनुमान जताया है