प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदिवासी स्वाधीनता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर पंद्रह नवंबर को ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ का शुभारंभ करेंगे। यह यात्रा 2500 से अधिक आईईसी वैन के साथ 14 हजार से ज्यादा स्थानों पर ढाई लाख ग्राम पंचायतों और 3700 शहरी स्थानीय निकाय को कवर करेगी। यात्रा आदिवासी इलाकों से शुरू होगी और दो महीने तक चलेगी। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा’ का मकसद अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना है। इसका उद्देश्य व्यक्तिगत कहानियों, अनुभवों, नुक्कड़-नाटकों के जरिए केंद्र सरकार की योजनाओं और इसके लाभों के बारे में बताना है। यात्रा के दौरान लोगों को केंद्र सरकार की ओर से संचालित योजनाओं के लाभों के बारे में बताने के लिए क्विज का आयोजन भी किया जाएगा। उन्होंने बताया, जिन राज्यों में चुनाव आचार संहिता लागू है, वहां ‘विकसित भारत संकल्प’ यात्रा शुरू करने की कोई योजना नहीं है, चुनाव संपन्न होने के बाद इन राज्यों में यात्रा शुरू की जाएगी।
प्रमुख योजनाओं को लोकप्रिय बनाना
सरकार ने अभियान के दौरान लोकप्रिय बनाने के लिए 20 प्रमुख योजनाओं की पहचान की है। इन योजनाओं में किसान क्रेडिट कार्ड, आयुष्मान भारत योजना, जन धन योजना, अटल पेंशन योजना और पीएम किसान सम्मान समेत अन्य शामिल हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी पात्र लाभार्थियों की इन योजनाओं तक पहुंच हो और वे उनके लाभों को समझें।
व्यापक आउटरीच
‘विकसीत भारत संकल्प यात्रा’ की व्यापक पहुंच होगी, जिसमें लगभग 2.6 लाख पंचायतें और 3,700 से अधिक शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) शामिल होंगे। सरकार के पास अभियान के लिए कस्टम-डिज़ाइन की गई IEC वैन हैं, जो ऑडियो-विज़ुअल मीडिया क्षमताओं, ब्रोशर और बुकलेट से सुसज्जित हैं। ये वैन प्रमुख योजनाओं और उनकी उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं का उपयोग करेंगी।
अभियान में समुदायों और नवाचारों को सशक्त बनाना
इसके अतिरिक्त, अभियान में मृदा स्वास्थ्य कार्ड और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रगतिशील किसानों के साथ ड्रोन प्रदर्शन और बातचीत की सुविधा होगी। शिक्षकों, छात्रों, महिला उपलब्धि हासिल करने वालों, युवा उपलब्धि हासिल करने वालों और स्थानीय कारीगरों को समायोजित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।