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जल शक्ति मंत्रालय ने दिल्ली में ‘जल इतिहास उत्सव’ का आयोजन किया

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जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग के तहत राष्ट्रीय जल मिशन ने 1 दिसंबर, 2023 को दिल्ली के महरौली में जहाज महल, शम्सी तालाब में ‘जल इतिहास उत्सव’ की मेजबानी की। इसका उद्देश्य जल विरासत स्थलों की सुरक्षा के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना, जनता के बीच स्वामित्व की भावना पैदा करना, पर्यटन को बढ़ावा देना और इन ऐतिहासिक संरचनाओं की बहाली में योगदान देना है।

 

जल विरासत पखवाड़ा एवं जल शक्ति अभियान

यह उत्सव 15 नवंबर से 30 नवंबर तक देश भर के विभिन्न जिलों में आयोजित जल विरासत पखवाड़ा के सफल समापन पर किया गया। यह जल शक्ति अभियान – कैच द रेन 2023 अभियान के सफल समापन का भी प्रतीक है। इसका उद्देश्य जल विरासत स्थलों की सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाना, जनता के बीच स्वामित्व की भावना पैदा करना और साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देना है।

 

जल शक्ति अभियान थीम: “पेयजल के लिए स्रोत स्थिरता”

“पेयजल के लिए स्रोत स्थिरता” थीम वाले इस अभियान का उद्देश्य समुदायों को बरसात के मौसम के लिए तैयार करना, वर्षा जल संचयन को प्रोत्साहित करना और पीने के पानी के स्रोतों की स्थिरता सुनिश्चित करना है। विशेष रूप से जल जीवन मिशन द्वारा पहचाने गए 150 जल संकटग्रस्त जिलों पर ध्यान केंद्रित किया गया था।

 

प्रयासों का अभिसरण: शम्सी तालाब का जीर्णोद्धार

महरौली में शम्सी तालाब, जहाज महल का जीर्णोद्धार केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के बीच सफल सहयोग का उदाहरण है। तालाब और उसके आसपास के पार्क की सफाई और समतलीकरण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की साझेदारी में किया गया था। इस सहयोगात्मक प्रयास को एक ई-बुक में प्रलेखित किया जाएगा, जिसे ‘जल इतिहास उत्सव’ के दौरान लॉन्च किया जाएगा।

 

जल विरासत का प्रदर्शन: जल इतिहास यात्रा

कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, “जल इतिहास यात्रा” नामक एक लघु वीडियो प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें देश भर में पहचाने गए 75 जल विरासत स्थलों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस दृश्य यात्रा का उद्देश्य दर्शकों को इन जल संरचनाओं के ऐतिहासिक महत्व और उनके संरक्षण की आवश्यकता के बारे में बताना है।

 

परंपरा से सबक: वर्तमान के लिए जल ज्ञान

नदियों सहित जल संसाधनों का सम्मान करने की भारत की परंपरा इसकी सांस्कृतिक विरासत की आधारशिला रही है। चूंकि देश अपने जल संसाधनों पर बढ़ते दबाव का सामना कर रहा है, इसलिए नागरिकों के लिए पानी के प्रति जागरूक होना और पानी से संबंधित मुद्दों के प्रति संवेदनशील होना अनिवार्य हो जाता है। ‘जल इतिहास उत्सव’ का उद्देश्य हमारी पारंपरिक जल प्रणालियों में निहित पाठों को उजागर करना, समुदायों और जल निकायों के बीच नए सिरे से संबंध को बढ़ावा देना है।

 

परीक्षा से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

Q. 1 दिसंबर, 2023 को राष्ट्रीय जल मिशन द्वारा आयोजित ‘जल इतिहास उत्सव’ का उद्देश्य क्या है?

उत्तर: इस भव्य आयोजन का उद्देश्य जल विरासत स्थलों की सुरक्षा के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना, जनता के बीच स्वामित्व की भावना पैदा करना, पर्यटन को बढ़ावा देना और ऐतिहासिक संरचनाओं की बहाली में योगदान देना है।

Q. ‘जल शक्ति अभियान: कैच द रेन’ 2023 अभियान का विषय क्या था?

उत्तर: विषय था “पेयजल के लिए स्रोत स्थिरता।”

Q. कौन सा प्रसिद्ध वायलिन वादक ‘जल इतिहास उत्सव’ के दौरान “फ्लोइंग स्ट्रिंग्स” नामक एक संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत करेगा?

उत्तर: विश्व प्रसिद्ध वायलिन वादक सुश्री सुनीता भुइयां संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगी।

 

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