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मेघालय के रिंडिया सिल्क और खासी हैंडलूम को जीआई टैग मिला

केंद्र सरकार ने मेघालय के दो पारंपरिक वस्त्र उत्पादों – रिंडिया सिल्क और खासी हैंडलूम को आधिकारिक तौर पर भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग प्रदान किए हैं। यह मान्यता न केवल क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देती है बल्कि इसके स्वदेशी शिल्प को कानूनी संरक्षण और बेहतर बाज़ारीकरण भी प्रदान करती है।

मुख्य बिंदु

मान्यता प्राप्त:

  • प्रादुर्भाव संकेत (Geographical Indications) रजिस्ट्रार द्वारा मान्यता:
    इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफिस ऑफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त।

नए जीआई टैग धारक:

  • रिंडिया सिल्क

  • खासी हैंडलूम उत्पाद

रिंडिया सिल्क के विशेष गुण:

  • हाथ से बुनी गई, प्राकृतिक रूप से रंगी हुई, और जैविक रूप से उत्पादित।

  • नैतिक रूप से संगृहीत और हस्तनिर्मित।

  • उमदेन-दीवोन क्षेत्र से जुड़ी हुई, जिसे 2021 में मेघालय का पहला एरी सिल्क गांव के रूप में मान्यता मिली।

खासी हैंडलूम के विशेष गुण:

  • खासी समुदाय की पारंपरिक वस्त्र कला।

  • अद्वितीय बुनाई और प्राकृतिक रंगों के लिए जानी जाती है।

शामिल संगठन:

  • मेघालय विभाग वस्त्र (प्रधान एजेंसी)

  • नाबार्ड – रणनीतिक समर्थन

  • डॉ. राजनिकांत – तकनीकी मार्गदर्शन

  • मेघालय रिंडिया प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन – संयुक्त आवेदन भागीदार

माइलस्टोन टाइमलाइन:

  • 12 फरवरी, 2021: उमदेन-दीवोन को एरी सिल्क गांव के रूप में मान्यता दी गई।

  • 20 नवंबर, 2024: कोलकाता में अंतिम सलाहकार जीआई समूह बैठक।

  • 7 अप्रैल, 2025: जीआई टैग औपचारिक रूप से प्रदान किया गया।

डेलीगेशन का नेतृत्व:

  • प्रिंसिपल सेक्रेटरी फ्रेडरिक रॉय खारकोंगर द्वारा नेतृत्व किया गया।

  • इसमें वस्त्र विभाग के अधिकारी, कारीगर, और उत्पादक शामिल थे।

महत्व क्यों है?

  • स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देता है, कारीगरों को कानूनी अधिकार और बाजार तक पहुंच प्रदान करता है।

  • पारंपरिक ज्ञान और शिल्प कौशल का संरक्षण करता है।

  • मेघालय की सांस्कृतिक वस्त्रों की वैश्विक पहचान बढ़ाता है।

  • रिंडिया और खासी बुनाई की विशिष्टता को नक़ल से संरक्षित करता है।

विवरण जानकारी
खबर में क्यों? मेघालय ने रिंडिया और खासी हैंडलूम के लिए जीआई टैग के साथ वैश्विक पहचान प्राप्त की है।
मान्यता प्रदान करने वाला भूगोलिक संकेत रजिस्ट्रार, इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफिस ऑफ इंडिया
मान्यता प्राप्त उत्पाद 1. रिंडिया सिल्क
2. खासी हैंडलूम
रिंडिया सिल्क की विशेषताएँ – हाथ से बुनी
– प्राकृतिक रंगाई
– जैविक उत्पादित
– नैतिक स्रोत
संबद्ध क्षेत्र उमदेन-दीवोन (एरी सिल्क गांव, जिसे 12 फरवरी 2021 को मान्यता मिली)
खासी हैंडलूम की विशेषताएँ – पारंपरिक खासी वस्त्र कला
– अद्वितीय बुनाई
– प्राकृतिक रंगों का उपयोग
मुख्य संगठन – मेघालय डिपार्टमेंट ऑफ टेक्सटाइल्स (लीड)
– NABARD (समर्थन)
– डॉ. राजनिकांत (तकनीकी मार्गदर्शन)
– मेघालय रिंडिया प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन
जीआई टैग के लाभ – स्थानीय अर्थव्यवस्था व कारीगरों की आय में वृद्धि
– indigenous विरासत का संरक्षण
– नक़ल से सुरक्षा
– वैश्विक दृश्यता में सुधार
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