संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के प्रमुख बैंक मशरिक (Mashreq) को गुजरात स्थित गिफ्ट सिटी (GIFT City) में शाखा खोलने के लिए इन-प्रिंसिपल अप्रूवल मिल गया है। यह भारत के अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (IFSC) में प्रवेश करने वाला पहला यूएई-आधारित बैंक बन गया है। यह कदम भारत-UAE के बीच वित्तीय सहयोग को मज़बूत करने और अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
गिफ्ट सिटी में अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग यूनिट
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) ने मशरेक बैंक को गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी) में अपना परिचालन शुरू करने के लिए प्रारंभिक मंजूरी दे दी है। बैंक के अनुसार, वह 2025 के अंत तक पूरी तरह से संचालन शुरू कर देगा। UAE के सेंट्रल बैंक और भारत की संबंधित संस्थाओं से भी सभी आवश्यक अनुमतियाँ मिल चुकी हैं।
बैंक की सेवाएँ और उद्देश्य
गिफ्ट सिटी शाखा का उद्देश्य वैश्विक और सीमा-पार व्यापार से जुड़े ग्राहकों की सेवा करना है। यह शाखा विदेशी मुद्रा में ऋण, व्यापार वित्त, जोखिम प्रबंधन उपकरण जैसी सेवाएं प्रदान करेगी। गिफ्ट सिटी की भौगोलिक स्थिति और समय क्षेत्र का लाभ उठाकर बैंक भारत और खाड़ी देशों के ग्राहकों को तेज़ और सुविधाजनक सेवाएं दे सकेगा। साथ ही, टैक्स में कुछ छूट भी मिलने की उम्मीद है जिससे सेवाएं सस्ती हो सकेंगी।
भारत-UAE वित्तीय संबंध होंगे और मजबूत
मशरिक की मौजूदगी से भारत और यूएई के बीच आर्थिक सहयोग और अधिक गहरा होगा। यह बैंक भारतीय कंपनियों को वैश्विक साझेदारों तक पहुँचने में मदद कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे दोनों देशों के बीच निवेश, व्यापार और पूंजी प्रवाह बढ़ेगा।
गिफ्ट सिटी क्यों बन रही है वैश्विक आकर्षण
गिफ्ट सिटी अपनी आधुनिक सुविधाओं, प्रतिस्पर्धी कर नीति, और अनुकूल नियामक ढांचे के कारण वैश्विक बैंकों के लिए एक आकर्षक हब बनती जा रही है। मशरिक बैंक की एंट्री इस विश्वास को और बढ़ावा देती है कि भारत का वित्तीय ढांचा वैश्विक मानकों पर खरा उतरता है और आने वाले समय में और विदेशी बैंक यहां निवेश कर सकते हैं।


भारत इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेस...
RBI ने कस्टमर सर्विस डिलीवरी को बेहतर बन...
वित्तीय समावेशन बढ़ाने की पंचवर्षीय रणनी...

