हर साल भारत में 30 जनवरी को शहीद दिवस मनाया जाता है। इस दिन मोहनदास करमचंद गांधी यानी महात्मा गांधी की पुण्यतिथी मनाई जाती है। भारत समेत दुनिया के 15 देश अपने स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देने के लिए शहीद दिवस मनाया जाता है। 30 जनवरी को, भारत के राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री के साथ सेना, वायुसेना और नौसेना प्रमुख, दिल्ली के राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। वहीं, बाकी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश इस दिन शहीदों की याद में दो मिनट का मौन रखते हैं। शहीद दिवस देश के शहीदों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है।
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क्यों मनाया जाता है शहीद दिवस?
शहीद दिवस देश के शहीदों को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। शहीद दिवस के दिन, देश उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने ब्रिटिश शासन से आज़ादी पाने के लिए भारत के संघर्ष के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी। आज़ादी पाने के लिए भारत के संघर्ष के दौरान, ऐसे कई लोग थे जिन्होंने महात्मा गांधी के अहिंसा के विचारों का विरोध किया था।
शहीद दिवस एवं महात्मा गांधी में क्या संबंध है?
महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहा जाता है। महात्मा गांधी ने अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए ब्रिटिश शासन के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया था। 1947 में आखिरकार भारत को स्वतंत्रता हासिल हुई, लेकिन 30 जनवरी, 1948 के दिन नाथुराम गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी। गोली लगते ही महात्मा गांधी की मौके पर ही मौत हो गई। उन्हें नई दिल्ली के बिड़ला हाउस कंपाउंड में एक प्रार्थना सभा के दौरान गोली मार दी गई थी, जिसमें उनकी मौत हो गई थी।
इसके बाद से भारत में इस दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। इस दिन महान स्वतंत्रता सैनानियों की शहादत को याद किया जाता है। महात्मा गांधी आज दुनियाभर में अहिंसा के प्रतीक माने जाते हैं। दुनिया के कई नेता उन्हें अपना प्रेरणास्रोत मानते हैं। महात्मा गांधी अहिंसा, सत्याग्रह और स्वराज जैसे तीन सिद्धांतों को मानते थे।