मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को मालदीव की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने और वित्तीय समावेशन एवं लेन-देन की दक्षता में सुधार के लिए लागू करने की घोषणा की है। यह पहल भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने की एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसमें पहले राष्ट्रपति मुइज्जू ने मालदीव में भारतीय सैन्य उपस्थिति के खिलाफ रुख अपनाया था।
UPI कंसोर्टियम की स्थापना
UPI की शुरुआत को सुगम बनाने के लिए ट्रेडनेट मालदीव्स कॉर्पोरेशन की अगुवाई में एक कंसोर्टियम मालदीव के बैंकों, टेलीकॉम कंपनियों और फिनटेक कंपनियों के साथ सहयोग करेगा। इसका उद्देश्य डिजिटल सेवाओं को बढ़ावा देना और मालदीव के नागरिकों के लिए बैंकिंग पहुंच को व्यापक बनाना है।
सरकारी निगरानी
वित्त मंत्रालय और मालदीव्स मौद्रिक प्राधिकरण सहित विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारियों की एक अंतर-एजेंसी टीम UPI के क्रियान्वयन का समन्वय करेगी। इस संयुक्त प्रयास का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि UPI का रोलआउट कुशलतापूर्वक हो और जनता की वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सके।
भारत-मालदीव संबंधों को मजबूत करना
UPI को अपनाने का निर्णय भारत और मालदीव के बीच एक महत्वपूर्ण समझौते के बाद आया है, जिससे उनके वित्तीय सहयोग को मजबूती मिली है। राष्ट्रपति मुइज्जू की हाल की भारत यात्रा उनके दृष्टिकोण में बदलाव को दर्शाती है, जो पहले के ‘इंडिया आउट’ अभियान से हटकर भारत के साथ मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने की दिशा में बढ़ी है।
आर्थिक चुनौतियों का समाधान
UPI की शुरुआत मालदीव द्वारा सामना की जा रही मुद्रा चुनौतियों के साथ मेल खाती है, जिसमें विदेशी मुद्रा लेन-देन पर नए नियम शामिल हैं। यह पहल अर्थव्यवस्था को स्थिर करने का प्रयास करती है, खासकर जब पर्यटन, जो GDP का एक बड़ा हिस्सा है, बदलते यात्रा रुझानों से प्रभावित हो रहा है।
मालदीव के बारे में महत्वपूर्ण बिंदु
स्थान: मालदीव हिंद महासागर में श्रीलंका और भारत के दक्षिण-पश्चिम में स्थित एक उष्णकटिबंधीय स्वर्ग है, जो 26 एटोल और 1,000 से अधिक प्रवाल द्वीपों से मिलकर बना है।
राजधानी: माले मालदीव की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है, जो अपनी समृद्ध संस्कृति और जीवंत बाजारों के लिए जाना जाता है।
सरकार: मालदीव एक राष्ट्रपति गणराज्य है, जहाँ राष्ट्रपति राज्य और सरकार दोनों के प्रमुख होते हैं।
अर्थव्यवस्था: मालदीव की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर बहुत अधिक निर्भर करती है, जो GDP का लगभग 30% है और 60% से अधिक विदेशी मुद्रा आय उत्पन्न करती है। मछली पकड़ना भी एक महत्वपूर्ण उद्योग है।
जनसंख्या: मालदीव की आबादी लगभग 500,000 है, जिसमें अधिकांश लोग मालदीव के मुसलमान हैं।
भाषा: आधिकारिक भाषा धिवेही है, लेकिन अंग्रेजी विशेष रूप से पर्यटन क्षेत्र में व्यापक रूप से बोली जाती है।
संस्कृति: मालदीव की संस्कृति पर दक्षिण भारतीय, अरबी और अफ्रीकी परंपराओं का प्रभाव है, जिसमें संगीत, नृत्य और कला की समृद्ध विरासत है।
भूगोल: मालदीव अपने सफेद रेतीले समुद्र तटों, साफ नीले पानी और रंगीन प्रवाल भित्तियों के लिए जाना जाता है, जो इसे जल क्रीड़ा और विश्राम के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बनाता है।
जलवायु: मालदीव की जलवायु उष्णकटिबंधीय है, जहाँ साल भर गर्म तापमान रहता है और मई से अक्टूबर तक मानसून का मौसम होता है।
जैव विविधता: मालदीव में प्रवाल भित्तियों, उष्णकटिबंधीय मछलियों और समुद्री कछुओं सहित विविध समुद्री जीवन पाया जाता है, जिससे इसे UNESCO बायोस्फीयर रिजर्व का दर्जा प्राप्त है।